वर्धा. प्रेरकों (आयसीआरपी) को मानधन से वंचित रखा जा रहा था, जिससे महिलाओं ने एकत्रित होकर युवा परिवर्तन आवाज संगठन के नेतृत्व में नागपुर में आंदोलन किया़ आखिरकार सरकार ने 1 करोड़ 36 लाख का प्रावधान करते हुए प्रेरकों के बैंक खाते में मानधन जमा करने को शुरूआत की है, जिससे आंदोलन सफल होने की जानकारी युवा परिवर्तन आवाज संगठन के संस्थापक अध्यक्ष निहाल पांडे ने पत्र परिषद में दी. पांडे ने बताया कि पालकमंत्री सुनील केदार, ऊर्जा मंत्री नितिन राऊत ने हमारे आंदोलन का संज्ञान लेकर तुरंत ग्रामविकास मंत्री हसन मुश्रीफ को समस्या से अवगत कराया़ इसके बाद महाराष्ट्र में प्रेरकों के लिए फंड का प्रावधान किया गया.
7 दिनों में सभी के अकाउंट में होगा जमा
वर्धा को 1 करोड़ 36 लाख रुपयों का निधि प्राप्त हुआ था़ संबंधित अधिकारी स्वाति वानखेड़े ने इसकी जानकारी नागपुर में आंदोलन स्थल पर आकर दी़ पश्चात आंदोलन वापस लिया गया़ किंतु, वानखेड़े की अचानक ट्रान्सफर की गई है़ इसके बाद पुन: प्रेरकों के प्रलंबित वेतन को लेकर अधिकारियों ने टालमटोल जवाब देना शुरू कर दिया़ निरंतर प्रयासों के बाद आखिरकार प्रेरकों के बैंक खाते में रकम जमा होना शुरू हो गई है़ 7 दिनों में सभी के बैंक अकाउंट में रकम जमा होने का आश्वासन प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने दिया.
प्रलंबित मांगों के लिए लड़ने का संकल्प
प्रेरकों को कम से कम 10,000 रुपए मानधन दिया जाने, सीधे बैंक अकांउंट में मानधन जमा करने, पहचानपत्र व ड्रेसकोड, बीमा योजना का लाभ आदि मांगे प्रलंबित है, यह मांगें पूर्ण करने आगे भी आंदोलन का नियोजन किया जाएगा. मांगे पूर्ण होने तक लड़ने का संकल्प प्रेरकों ने लिया.