Swastha Sanghatan

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    वर्धा. महाराष्ट्र राज्य जिला परिषद स्वास्थ्य सेवा कर्मचारी संगठना के राज्य कार्याध्यक्ष दिलीप उटाणे, जिलाध्यक्ष सिध्दार्थ तेलतुंबडे, जिला सचिव दीपक कांबले, बाबाराव कनेर सहित प्रतिनिधिमंडल ने कर्मियों की प्रलंबित मांगों को लेकर प्रभारी डीएचओ डा़ प्रवीण वेदपाठक से चर्चा की़  इस दौरान उन्होंने सभी मांगों पर गंभीरता से विचार करके इन्हें आठ दिनो के भीतर निपटाने का आश्वासन दिया.

    स्वास्थ्य कर्मियों की प्रश्नों पर कई बार ज्ञापन सौंपा गया़ मुकाअ से बैठक भी हुई़ 29 नवंबर से आंदोलन की चेतावनी देने पर शीघ्र मांगें हल करने का आश्वासन दिया गया था़ इसलिए आंदोलन पिछे लिया गया़  परंतु समस्या अब तक हल नहीं हुई़ 2019 से इन मांगों को लेकर प्रशासन टालमटोल रवैया अपना रहा है.

    अन्यथा जिप के समक्ष करेंगे एकदिवसीय आंदोलन 

    स्वास्थ्य कर्मियों की 10, 20, 30 कालबध्द पदोन्नती, शासन निर्णय 1 अगस्त 2019 के अनुसार स्वास्थ्य पर्यवेक्षक के रिक्त पद पर स्वास्थ्य सहायक (महिला व पुरुष) की पदोन्नती, गौल पीएचसी कर्मियों के भविष्य निर्वाह निधि में हेराफेरी, कोविड टीकाकरण के लिए मोबाइल इंटरनेट, टीका लगाने कर्मी व आपरेटर, टीका वाहक भत्ता, लेखाशिर्ष 2211 के पदो की बिंदूनामावली करने सहित अन्य प्रलंबित मांगों को हल नहीं किया गया तो जिप के समक्ष एक दिवसीय धरना आंदोलन करेंगे़  प्रशासन का तीव्र शब्दों में निषेध दर्शाने की चेतावनी संगठन के जिलाध्यक्ष सिध्दार्थ तेलतुंबडे ने दी.

    CEO के समक्ष ज्ञापन के जरिए रखी विविध मांगें 

    स्वास्थ्य विभाग में पर्यवेक्षक, स्वास्थ्य सहायक (महिला व पुरुष) यह पद शतप्रतिशत पदोन्नती के होते हुए भी रिक्त पदों पर पदोन्नति नहीं मिल रही है. हाल ही में हुई पदोन्नति की प्रक्रिया में जिप अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व मुकाअ को गुमराह करने का आरोप संगठन ने लगाया है़  इस ओर जिप के मुकाअ डा़ सचिन ओम्बासे ने गंभीरता से ध्यान देने की मांग ज्ञापन में की गई़  सभी मांगों को लेकर 17 दिसंबर को बैठक लेने का निर्णय स्वास्थ्य विभाग ने लिया है़  इसमें मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं किया गया तो तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी प्रतिनिधिमंडल ने दी.