कैरिअर तोड़कर बाहर आया पहिया, एसटी महामंडल की बसें बनी कबाड़

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    वर्धा. एसटी महामंडल की कबाड़ बसें यात्रियों के लिये सिरदर्द साबित होती जा रही है़ वर्धा बस स्थानक पर पहुंची एक बस में ऊपर लगा कैरिअर तोड़कर पहिया सामने आ गया था़  सौभाग्यशव पहिया रस्सी से बंधा होने के कारण नीचे नहीं किया, अन्यथा बढ़ा अनर्थ होता़  एसटी महामंडल की कबाड़ बसों की ओर गंभीरता से ध्यान देने की मांग यात्री कर रहे है़ परंतु कालबाह्य बसों को जबरन मार्ग पर दौड़ाया जा रहा है.

    यह बसें बीच सड़क पर दम तोड़ देती है़ इससे यात्रियों को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है़ आये दिन इस प्रकार की समस्या पैदा हो रही है़ वर्धा जिले में लंबे समय से एसटी महामंडल को नई बसें नहीं मिली है़ वर्तमान में वर्धा विभाग में 5 डिपो के तहत करिब 224 बसें दौड़ रही है़ इसमें शिवशाही व साधी बसों का समावेश है़ इनमें से अधिकांश बसों की हालत खस्ता हो गई है़ खिड़कियां टूटी हुई हैं. दरवाजे टूटे हुए हैं. पतरे निकले हुए है़ं सीटें फटी हुई है़ चालक की कैबिन की हालत गंभीर है़  बसों के पुर्जे पुर्जे हिलते रहते है़ं इससे हादसे का डर बना रहता है. 

    रस्सी से बंधा होने से टल गया हादसा

    वर्धा बस स्थानक पर एमएच 40 एल 8079 पहुंची़ चालक द्वारा किसी तरह बस वर्धा तक लायी गई़ बस के ऊपर कैरिअर होता है़  इसमें एक अतिरिक्त पहिया रखा जाता है़ उक्त बस का कैरिअर टूटने से पहिया सामने तक खिसक गया था़ पहिया रस्सी से बंधा होने के कारण निचे नहीं गिरा़ कैरिअर का एंगल टूट जाता था तो पहिया किसी भी यात्री पर गिर कर बड़ी अनहोनी घटती़ इन सबके बावजूद एसटी महामंडल कबाड़ बसों के संदर्भ में गंभीरता नहीं बरत रहा. इस ओर वरिष्ठ अधिकारियों से ध्यान देने की मांग यात्री कर रहे है.