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    वर्धा. स्थानीय रेलवे स्टेशन का ‘अ’ वर्ग में समावेश करके करोड़ों रुपए की विशेष निधि मंजूर की गई. इसके माध्यम से नया टिकट काउंटर, प्लेटफार्म व अन्य सुविधाओं के साथ ही सौंदर्यीकरण बड़े पैमाने पर किया गया है़  वहीं हाल ही में निरंतर बारिश के चलते टिकट काउंटर की छत क्षतिग्रस्त हो गई़  बारिश का पानी निरंतर टपक रहा है, जिससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता की पोल खुल गई है़ 

    कम समय में नए निर्माण की हुई दुर्दशा

    मध्य भारत के प्रमुख रेलवे स्टेशन में वर्धा का समावेश किया जाता है़  यहां से गुजरने वाली प्रमुख रेल गाड़ियां व दूरदराज से आने वाले यात्रियों का महत्व ध्यान में रखकर बीते कुछ वर्ष में रेलवे मंत्रालय ने विशेष निधि उपलब्ध कराया. इसके माध्यम से प्लेटफार्म का निर्माण के साथ ही नए से टिकट काउंटर बनाया गया़  लेकिन हाल ही में हुई बारिश के कारण छत का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया़  इन दिनों बारिश का पानी टपक रहा है़  इतने कम समय में निर्माण कार्य की दुर्दशा होने के कारण यात्रियों द्वारा आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है.

    दुर्घटना का बना रहता है हमेशा खतरा 

    टिकट काउंटर की इमारत में रेलवे प्रशासन के विभिन्न विभागों का कामकाज चलता है़  साथ ही यात्रियों की भीड़ लगी रहती है़  टिकट काउंटर के दो जगह छत का हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से पानी टपक रहा है़  ऐसे में अगर जल्द मरम्मत कार्य नहीं किया तो अन्य जगह पर पीओपी की छत गिरकर हादसा घट सकता है़  कर्मचारी एवं यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से तुरंत उपाय योजना करना जरूरी है़ 

    किए गए निर्माण कार्य की जल्द हो जांच

    रेलवे स्टेशन का अंग्रेजकालीन पुराना टिकट काउंटर गिराकर नए से इमारत का निर्माण किया गया है़ लेकिन 2 वर्षों में ही इमारत के निर्माण कार्य की पोल खुल रही है़ टिकट काउंटर की छत बारिश की वजह से क्षतिग्रस्त हो गई़ इतना ही नहीं तो पीओपी टूट जाने से काफी बड़ा नुकसान हो गया है़ इमारत हमेशा ही यात्रियों से भरी रहने के कारण सुरक्षा के दृष्टिकोण से निर्माण कार्य की जांच करनी चाहिए़  साथ ही दर्जा घटिया पाए जाने पर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग जोर पकड़ती जा रही है.  

    परिसर में निरंतर बना है स्वच्छता का अभाव

    पुराने टिकट काउंटर की इमारत गिराने के बाद वहां का प्रसाधनगृह का टीन लगाकर बंद कर दिया गया है़ ऐसे में यात्रियों के साथ ही ऑटो चालक, हॉकर्स, दूकानदार व यात्रियों को परेशानी से गुजरना पड़ रहा है़ कई लोग खुले में ही पेशाब करने से सर्वत्र गंदगी का आलम है़ इस परिसर में लोहमार्ग पुलिस की इमारत भी है़ यहां आने वालों को भी भारी परेशानी हो रही है़ परिसर में स्वच्छता की ओर ध्यान देना जरूरी हो गया है.