रेलवे स्टेशन पर प्रसाधनगृह बंद, परिसर के दर्शनीय हिस्सें में फैल रही गंदगी

  • प्रशासन की अनदेखी से यात्रियों का असुविधा

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वर्धा. शहर के रेलवे स्टेशन पर स्थित प्रसाधनगृह टीन के पत्रे लगाकर बंद कर दिए गए़ किसी की भी रोकटोक नहीं रहने के कारण लोग प्रसाधनगृह के बंद दरवाजे के बाहर ही पेशाब कर रहे है़, जिससे परिसर में गंदगी फैल रही है़ प्रसाधनगृह शुरू कर लोगों के लिए उपलब्ध कराने की मांग की जा रही है. 

विकास कार्य को मिले करोड़ों रु.

रेल प्रशासन द्वारा वर्धा जंक्शन को ‘अ’ दर्जा प्रदान किया गया़  इसके बाद प्रशस्त इमारत के साथ ही विभिन्न सुविधाओं के लिए करोड़ों रुपए का निधि उपलब्ध किया गया है़  शास्त्री चौक की ओर से मुख्य गेट का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है़ वहीं स्टेशन फैल परिसर से बने दूसरे गेट परिसर में इमारत व अन्य कार्य चल रहा है़ पुराने टिकट काउंटर की इमारत पूर्णत: गिरा दी गई, लेकिन वहां बनाए गए प्रसाधनगृह  के दरवाजे टीन लगाकर बंद कर दिए है़ इस कारण लोगों को परेशानी से गुजरना पड़ रहा है. 

नागरिकों को हो रही भारी परेशानी

पुराना टिकट काउंटर गिराने के बाद वहां से रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाला मार्ग बंद कर दिया गया, लेकिन रेलवे स्टेशन का वही दर्शनीय हिस्सा है़  स्टेशन पर आने वाले यात्रियों का वहीं पर सर्वप्रथम ध्यान जाता है़  साथ ही आटो स्टैंड भी वहीं पर है़ स्टेशन के बाहर प्रसाधनगृह की सख्त जरूरत है़ किंतु, टीन लगाकर वह बंद कर दिए जाने से नागरिकों को अत्याधिक परेशानी हो रही है. 

उचित नियोजन करने की जरूरत

आज भी लोहमार्ग पुलिस थाना यह पुराने गेट पर ही है़  प्रसाधनगृह के कारण वहां के कर्मचारियों तथा आने वाले लोगों को सहूलियत होती थी़  साथ ही रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्री, स्टैंड पर रहने वाले आटो चालक, आसपास के दूकानदारों के लिए भी वह प्रसाधनगृह जरूरी था़ किंतु, प्रशासन से प्रसाधनगृह के द्वार टीन लगाकर बंद कर दिए है. 

नियमित सफाई की ओर अनदेखी

पहले परिसर में नियमित रूप से सफाई होती थी़  लेकिन रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाला पुराना गेट बंद करने के बाद अब सफाई की ओर ध्यान नहीं दिया जाता, ऐसा परिसर के व्यवसायियों का कहना है़ पुराने गेट के सामने होटल, लॉज आदि होने के कारण वहीं पर यात्री रुकते है़ सफाई के अभाव में सर्वत्र गंदगी फैलने से सभी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.