वर्धा. गर्मी का असर शुरू होते ही हिसंक वन्यजीव भी अब पानी व शिकार की तलाश में गांव देहातों की ओर आने लगे है़ं पिछले कुछ दिनों से गांवों में घुसकर बाघ, तेंदुआ जैसे हिंसक जीव मवेशियों की शिकार कर रहे है़ं इससे जंगल से सटे गांवों में दहशत व्याप्त है़ गर्मी के दिनों में जंगल क्षेत्र के जलस्रोत सूखने की कगार पर रहते है़ं ऐसी स्थिति में हिंसक वन्यजीव पानी व शिकार की तलाश में जंगल से बाहर निकलते है़.
जंगल से सटे गांव व खेत परिसर में यह जीव मुक्त विचरण करते है़ं पिछले कुछ दिनों से जिले में हिंसक वन्यजीवों के हमलों की घटनाएं बढ़ रही है़ दो दिन पहले ब्राह्मणवाड़ा, पवनार क्षेत्र में मवेशियों को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया़ इस घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है़ वनविभाग ने परिसर में उपाययोजना पर ध्यान देना शुरु कर दिया है.
किन्तु जैसे जैसे गर्मी बढते जाएंगे, वैसे ही हिंसक जीओ के गांवखेडो में हमले बढते जाएंगे़ गत वर्ष गर्मी के दिनों में वर्धा की सीमा तक हिंसक जीव पहुंचने की बात सामने आयी थी़ इसलिए वनविभाग वनक्षेत्र में वन्यजीवों के लिए उचित उपाययोजना पर ध्यान दें, ऐसी मांग ग्रामीण कर रहे है़.