आसेगांव. सार्वजनिक निर्माणकार्य विभाग की उदासीनता से 14 किलोमीटर का प्रमुख मार्ग की सड़क पूरी तरह से छलनी बन गई है़ जिससे बड़ी दुर्घटना होकर किसी की जान जाने की संभावना निर्माण हो गई है़ मार्ग की हालत सुधारने की बजाए संबंधित प्रशासन गहरी नींद में सोते हुए बड़े सड़क हादसे की वेटिंग में नजर आने लगा है.
यह छलनी हुई सड़क फालेगांव चौराहे से लेकर कुंभी तक ऐसी ही स्थिति में रहने से छोटे बड़े वाहन चालकों को इस मार्ग पर जान हथेली में लेकर वाहन चलाना पड़ रहा है. इस मार्ग की हालत बीते अनेक माह से ऐसी ही बनी हुई है. लेकिन बीते तीन माह से मार्ग और भी अधिक खराब हो गया है.
मंगरुलपीर से अनसिंग मार्ग संपूर्ण जिले में प्रसिध्द एक मार्ग है़ इस मार्ग से सबसे अधिक कमाई रापनी को होती है. आए दिन इस मार्ग पर एसटी बसेस दौड़ती रहती है. किंतु इसी मार्ग पर 14 किलोमीटर का मार्ग अपनी बदतर हालत पर आंसु बहाने लगा है. एसटी बसों के अलावा अन्य निजी वाहनों का भी 24 घंटे आवागमन शुरू रहता है. जिस कारण हाल फिल हाल में मार्ग पर कब और कैसे सड़क हादसा हो जाए, इस की कोई गारंटी नहीं है. क्योंकि 14 किलोमीटर का मार्ग पूरी तरह से गड्ढा मय स्थिति में समा गया है. मार्ग का नवनीकरण करने की मांग जोर पकड़ने लगी है.
बीते दिनों दो मंत्री इस मार्ग से गुजरे
अभी हाल ही में हुए जिप के उप चुनाव के दौरान दो मंत्री इस गड्ढे मय मार्ग से आसेगांव उम्मीदवारों के चुनाव प्रचार के लिए गुजरे. जिसमें महाविकास आघाड़ी सरकार के मंत्री तथा बुलढाना जिले के पालकमंत्री डा. राजेंद्र शिंगणे व वाशिम जिले के पालक मंत्री शंभुराजे देसाई का समावेश था. लेकिन इस मार्ग की हालत जस की तस बनी हुई है़.