वाशिम. जिले के कक्षा पहली से सातवीं तक जिला परिषद की प्राथमिक शालाएं व उसी प्रकार से अन्य सभी निजी प्राथमिक शालाएं बिना विलंब शुरू करने की मांग को लेकर जिला परिषद शाला बचाव समिति की ओर से जिलाधिकारी, जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, शिक्षाधिकारी को निवेदन दिया है. व शाला शुरू करने की मांग की है़
निवेदन में कोरोना संक्रमण के कारण गत डेढ़ वर्ष से जिले की जिला परिषद की शालाएं व अन्य सभी निजी शालाए बंद है़ शालाएं बंद रहने से विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान हो रहा है़ वर्तमान स्थिति में जिले में कोरोना की स्थिति अब नियंत्रण में आ गई है़ इसलिए जिला प्रशासन ने माध्यमिक शालाएं शुरू की है़ लेकिन कक्षा पहली से सातवीं तक की प्राथमिक शालाएं शुरू नहीं की गई़ परिनाम तहा इन विद्यार्थियों का बड़ा नुकसान हो रहा है.
जिले के विविध गांवों में व शहर में रहनेवाले जिला परिषद की शालाओं की संख्या 775 होकर अन्य निजी शालाओं की संख्या भी बड़ी है़ इन शालाओं में हजारों विद्यार्थी शिक्षा ले रहे है़ वर्तमान स्थिति में कोरोना पूर्णतहा नियंत्रण आने से व गांव, ग्रामों में जनजीवन सामान्य होने से सभी पालकों को शाला शुरू होकर अपने बच्चों की शिक्षा मिलना शुरू होने की अपेक्षा है़ शाला शुरू करने के लिए किसी पालकों का विरोध रहने का कोई कारण नजर नहीं आ रहा है़.
ग्रामों में आनलाइन शिक्षा लेने के लिए अनेक दिक्कतें आ रही है़ जिससे ग्रामों के विद्यार्थी शिक्षा प्रवाह के बाहर जा रहे है़ इस पर जिला परिषद शाला बचाव समिति ने ग्राम के अनेक पालकों से चर्चा भी की है़ शाला शुरू करने सभी का सकारात्मक मत मिला है़ इसलिए पालकों की मांगों को देखते हुए कक्षा पहली से सातवीं तक की प्राथमिक शालाएं शुरू करने की मांग पालकों ने करने का निवेदन में कहा गया है़.
निवेदन की प्रत शिक्षा मंत्री को भेजी गई है़ निवेदन देते समय जिला परिषद शाला बचाव समिति के संयोजक गजानन धामने, पालक गणेश शिंदे, महेंद्र ताजने, अनिल शिंदे, प्रा़ मंगेश भुताडे, संतोष आसोले, शेख ईसाक आदि उपस्थित थे़
स्टेप बाय स्टेप आंदोलन तीव्र करने के संकेत
निवेदन की दखल नहीं लेने पर सरकार के विरोध में स्टेप बाय स्टेप आंदोलन तीव्र करने के संकेत भी निवेदन में दिए गए है़ भारतीय राज्य घटना नुसार सभी को शिक्षा लेने का समान अवसर है़ अभी कोरोना का संकट कम हुआ है़ जिससे सभी पाबंदी शिथिल होने पर भी कोरोना की आड़ में केवल शालाएं बंद रखकर बहुजनों को ज्ञान से वंचित रखने का षडयंत्र तो नहीं है़ ऐसा आरोप जिला परिषद शाला बचाव समिति के संयोजक तथा सत्य शोधक समाज के जिलाध्यक्ष गजानन धामने ने किया है.