prakash ambedkar
प्रकाश अंबेडकर (प्रतीकात्मक तस्वीर)

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वाशिम. स्वतंत्र विदर्भ की मांग पुरानी है. अणे, धोटे, शरद जोशी अलग विदर्भ के लिए लड़ रहे थे, तब हम उनके साथ थे और आगे भी रहेंगे, आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में यदि वंचित की सत्ता आती है तो निश्चत तौर पर अलग विदर्भ बनाएंगे. वंचित बहुजन अघाड़ी के नेता प्रकाश आंबेडकर ने दावा किया कि भाजपा नेता अलग विदर्भ के पक्ष में कभी नहीं थे. वे वाशिम के 2 दिवसीय दौरे पर हैं. वह आज वाशिम में वंचित के कार्यालय का उद्घाटन करते हुए पत्रकारों से बात कर रहे थे.

इस मौके पर अंजलि अंबेडकर, अरुंधति शिरसाट, किरण गिरहे, डा. सिद्धार्थ देवले एवं अन्य उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि अलग विदर्भ कभी भी बीजेपी का एजेंडा नहीं था. आज भी वे अलग विदर्भ नहीं बनाएंगे. यह केंद्र का विषय है. इसलिए अगर बीजेपी को लगता है कि अलग विदर्भ होना चाहिए तो उन्हें केंद्र में ऐसा संकल्प लेना चाहिए. मैं छोटे राज्य का पक्षधर हूं. तेलंगाना और अन्य राज्य दिखाते हैं कि छोटे राज्य विकसित होते हैं. छोटे राज्यों में आम आदमी की आय बढ़ती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कठोरता के कारण इंडिया अघाड़ी का भविष्य खतरे में है.

ओबीसी में नाराजी

मराठा आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मनोज जारांगे के बीच हुए समझौते के बाद ओबीसी वर्ग में बीजेपी के प्रति नाराजगी फैल गई है. बीजेपी ने ओबीसी को धोखा दिया. इसलिए ओबीसी बीजेपी से अलग हो गए. अब बीजेपी की ओर से एडजस्टमेंट की शुरुआत हो रही है. मनोज जारांगे और एकनाथ शिंदे पिछड़ने के बाद समाज के बड़े नेता बनकर सामने आये हैं. महाविकास अघाड़ी की बैठक में हमें आमंत्रित नहीं किया गया है. लेकिन तीन पार्टियां कांग्रेस, एनसीपी शरद पवार ग्रुप और शिव सेना ठाकरे ग्रुप चर्चा के लिए आए हैं. धैर्यवर्धन पुंडकर और वंचित के अन्य नेता चर्चा के लिए बैठक में गए हैं. प्रकाश अंबेडकर ने यह भी कहा कि इसमें क्या चर्चा होगी उसके बाद हम अपना रुख घोषित करेंगे.