Asegaon News

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आसेगांव. नल कनेक्शन के लिए छोड़े जाने वाले वाल्वो से हजारों लीटर जल की बर्बादी होने का नजारा आसेगांव में देखने को मिल रहा है. लेकिन इस पर संबंधित प्रशासन आंखे मोंद कर बैठी हुई भूमिका अपनाए हुए है. इस बहते हुए अल्पवय जल का प्रबंद करना बेहद जरूरी बन गया है.

गत माह में हुई बेमौसम बारिश के कारण सिंचाई बांध में जल स्त्रोत में इजाफा हुआ था. जिस वजह से नलापूर्ति के कुंए का भी जल काफी हद तक बढ़ जाने से नलापूर्ति के विलंबता में कमी आई थी. दस दिनों के बाद मिलने वाले नल के पानी को आठ दिनों के अंतराल पर छोड़ा जाने लगा था. जिससे जनता में खुशी व्याप्त हो गई थी. परंतु बीते कुछ दिनों से नल द्वारा छोड़े जाने वाले वाल्व से हजारों लीटर जल बर्बाद होता दिख रहा है. जिस का प्रबंद किए जाने की आवश्यकता है.

नल का पानी में दो दिनों बाद आती है दुर्गंध

नल का जल नलों के माध्यम से डायरेक्ट छोड़े जाने का कार्य किया जाता है. जिसे जांच के लिए भेजा जाता है या नहीं इस कि भी कोई जानकारी सामने नहीं आती हाल फिलहाल में गांव की नल योजना के जल में दो दिनों के बाद ही दुर्गंध आने का आरोप गांववासी लगाने लगे है. इस के लिए स्थानीय ग्राम प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को एक्टिव भूमिका निभानी चाहिए.