पुसद. तहसील के समीप काकडदाती ग्रामपंचायत क्षेत्र के मधुसूदन नगर में सरकारी जगह पर पिछले 25 से 30 वर्ष से नींम के पेड की अवैध रूप से कटाई की गई है. लेकिन इस पेडों की कटाई होने के बावजूद भी ग्रामपंचायत की जानबुझकर अनदेखी की जा रही है. अवैध कत्तल करनेवाले पर जांच कर दंडात्मक कार्यवाही करने की मांग पर्यावरण प्रेमियों की ओर से की जा रही है.
काकडदाती ग्रामपंचायती के क्षेत्र में आवास वाली बस्ती में बीस से पंचीस वर्ष पुराने नींम के पेडो की छटाई की. लेकिन वन विभाग ने उक्त मामले पर कोई भी कार्यवाही नही की गई, जिसके चलते मधुसूदन नगर में ही सिंचाई विभाग के क्षेत्र की नहर के समीप तीस वर्षे पुराने नींम के पेडों की कटाई की गई. स्थानीय लोगों ने इसके संदर्भ में वन विभाग को संपर्क कर जानकारी दी. उसके बाद .ग्रामपंचायत प्रशासन की नींद खुली लेकिन तब तक वे नीम के पेड काटे गए. जिसके चलते प्रर्यावरण प्रमियों में नाराजगी छायी है. पैडों की कटाई करनेवाले पर दंडात्मक कार्यवाही करने की मांग पर्यावरण प्रेमियों से की जा रही है.
घटना के जगह पर अधिकारी पहूंचे है पंचनामा किया गया
सिंचाई विभाग से वन विभाग को आठ से दस दिन पहले नीम के पेडो की कटाई करने का आवेदन प्राप्त हुआ है, जुर्मानात्मक कार्यवाही की मांग सिंचाई विभाग ने की है, आज भी पेडों की कटाई होने की जानकारी जांच के बाद सामने आयी. पेड कटाई करनेवाले पर जांच कर जूर्मानात्म कार्यवाही की जायेगी.
प्रवीण राऊत (आरएफओ-पुसद वनविभाग)
हमने पेड कटाई की किसी को भी अनुमती नही दी.
ग्रामपंचायत के क्षेत्र में तीस वर्ष पुराने कटाई होने की जानकारी आसपास के नागरिकों ने देने चाहिए थी, समय पर जानकारी मिलती तो हम तत्काल संबंधित को पकडकर कार्यवाही की जाती थी. ग्रामपंचायत ने किसी को भी पेड कटाइ की अनुती नही दी, इस वर्ष पहले नीम के पेड की कटाई की थी वह प्लॉट धारकों की मालकी के जगह पर पेड था.
अरविंद पुलाते (उपसरपंच-काकडदाती)
हमने वन विभाग को पत्र दिया
लगभग आठ दिन पहले सिंचाई विभाग के क्षेत्र का नीम के पेड की कटाई होने की जानकारी मिली उसके बाद हमने वन विभाग को पत्र देकर संबंधित पर कार्यवाही करने की मांग की थी. दोबारा कटाई हो रही तो वन विभाग ने तत्काल लक्ष देना चाहिए व जांच कर संबंधित पर कार्यवाही करनी चाहिए.
अ. भगत (उपविभागीय अभियंता-सिंचाई विभाग पुसद)