बाल हक्क सप्ताह के अवसर पर  जिलाधिकारी ने साधा बालगृह के बच्चों के साथ संवाद

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    यवतमाल.   जिलाधिकारी अमोल येडगे  ने  सरकारी निरीक्षणगृह व बालगृह यवतमाल में अचानक भेट देकर संस्था की जांच की.  जांच के समय पर  विशेषतः  प्रवेशित के साथ संवाद साधा कर  उनकी समस्या व मिलनेवाली सोय सूविधा, शैक्षणिक प्रगती, इमारत, जगह, भोजन का दर्जा, कर्मचारी वर्ग की संख्या, प्रत्यक्ष उपस्थित, स्वच्छता  समेत जानकारी ली. 

     प्रवेशिकत के साथ चर्चा करते समय   उनके लिए  आवश्यक शालेय, क्रिडा साहित्य, कक्षा10 वी व  कक्षा 12 वी में उत्तीर्ण हूए बालकों की सहारान सोहला में सहभागीता लिए लिए बच्चों से प्रेरणा लेकर अच्छी पढाई करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए व   विधी संघर्षग्रस्त बालक व संरक्षण की आवश्यकता होनेवाले सभी बच्चों की  शालेय प्रगती  की जानकारी जिलाधिारी ने ली. साथ ही  किराये पर चल रहे इमारत को जल्द ही सरकारी जगह पर निर्माणकार्य करने के लिए प्रस्ताव करने की सूचना इस समय दी. 

     बाल हक्क सप्ताह के अवसर पर   जिलाधिकारी की इस संस्था को अचानक भेट बच्चों को बाल हक्क सप्ताह व दिपावली के दिनों मं बच्चों के साथ संवाद साधा. यह बात बच्चों को आनंद वर्जन करनेवाली साबित हूई. . बच्चों ने तैयार किया आकाशदीप व  पुष्पगुच्छ  देकर निरिक्षणगृह व बालगृह के बच्चों ने  उनका स्वागत किया.

    जिलाधिकारी ने बच्चों को शैक्षणिक, प्रगती,  एक दूसरे के साथ दोस्ती की भवना, पढाई,  अहवातर वाचन, लेखन, व्यक्तीमत्व विकास, खेल पर मार्गदर्शन किया.  दीपावली  के अवसर पर मिठाई, फराल व वाचनीय पुस्तके, क्रिडा साहित्य  भेजने की जानकारी बच्चों को दी. साथ ही बालकल्याण समिती को भेट कर  काम की समक्षी का जायजा लिया.  इस समय  अध्यक्ष एड सुनिल घोडेस्वार, एड संजय गभणे, एड. प्राची निलावार  उपस्थित थे. 

    जिला महिला व बाल विकास अधिकारी ज्योती कडू  के मार्गदर्शन में शुरू शासकीय निरिक्षणगृह व बालगृह इस सस्था के भेट के समय पर संस्था अधिक्षक गजानन जुमले, समुपदेशक पुजा राठोड, शिक्षक संजय मोटे, कालजी वाहक आगलावे, राऊत, आकाश खांदवे,  प्रवेशित बालक  समेत जिला बाल संरक्षण कक्षा के अविनाश पिसूर्डे, आकाश राऊत, स्वप्निल शेटे उपस्थित थे.