इंसानों और वन्यप्राणियों के बीच की दूरी करने जनजागरण, साइकिल के माध्यम से कपिल शामकुंवर कर रहे यात्रा

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    मुकूटबन. बीते पांच से 6 सालों से यवतमाल जिले में वन्यप्राणियों के कारण अनेक लोगों को अपनी जान गंवानी पडी है, उसी तरह इंसानों ने भी वन्यप्राणियों के प्रति प्रेम की भावना न रखते हुए उन्हें जान से मारा है, जिससे अनेक लोगों को आरोपियों के कटघरे में खडे रहना पडा है.

    मानव और वन्यप्राणियों के बीच संघर्ष किन कारणों से होता है, इस बात को ध्यान में लेकर इसे रोकना चाहीए, इसके लिए जिले में वन्यजीव प्रेमी कपिल श्यामकुंवर ने साइकिल से अपनी यात्रा शुरू की है. साइकिल से यात्रा करते हुए देहातों और शहरों में जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है.

    साइकिल से सफर करते हुए वे रालेगांव,वणी कायर मार्ग होकर मंगलवार को मुकुटबन पहुंचे, जहां पर गांववासियों ने उनके इस प्रयासों की सराहना कर स्वागत किया.सुबह मुकुटबन ग्रामपंचायत में विश्व महिला दिवस अवसर पर कार्यक्रम आयोजीत किया गया था, इस समय श्यामकुंवर को ग्रापं. में आमंत्रित किया गया.

    सरपंच मीना आरमुवार,सचिव संजय गिलबिले,अध्यक्ष चक्रधर तीर्थगिरीकर,श्याम बोदकुरवार,ग्रामपंचायत सदस्य प्रशांत बघेले, पूर्व पंचायत समिति सदस्य सुरेश मानकर,पत्रकार और प्राध्यापक विठ्ठल पाईलवार,नागेश  अककेवार, संजय आकीनवार, आदी ने उनका स्वागत किया. इस अवसर पर कपिल श्यामकुंवर ने अपने मानव और वन्यजीव के बीच संघर्ष टालने के लिए किन उपायों पर अमल किया जा सकता है,साथ ही वनसाक्षरता का सभी के जीवन में क्या महत्व है,इसे गांववासियों को समझाते हुए अपने सफर की जानकारी दी.दोपहर एक बजे के दौरान उनके अगली यात्रा के लिए श्यामकुंवर को शुभकामनाएं देकर रवाना किया गया.