
- ग्रापं चुनाव लड़ने के हजारों इच्छुकों ने किया आवेदन
यवतमाल. ग्रामपंचायत चुनाव के मद्देनजर दो हजार से अधिक उम्मीदवारों ने जाति वैधता प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया. ये उम्मीदवार अब केवल एक्सेस रसीद पर नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं. पिछले चार दिनों में वैधता के लिए एक हजार से अधिक आवेदन आए हैं. उल्लेखनीय है कि इन तीन दिनों की सरकारी छुट्टियों के दौरान जिला जाति प्रमाणपत्र सत्यापन समिति का कार्यालय खुला रखा जा रहा है. इसलिए इच्छुक उम्मीदवारों के साथ छात्रों की भीड़ भी उमड़ रही है. ग्रामपंचायत चुनाव के लिए उम्मीदवारों को जाति वैधता प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना या प्रस्ताव की रसीद संलग्न करना आवश्यक है.
उस संबंध में प्रस्ताव को जिला जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति के कार्यालय में प्रस्तुत करना होगा. मार्च-अप्रैल के ग्राम पंचायत चुनाव रद्द कर दिए गए थे. उस समय दो हजार से अधिक उम्मीदवारों ने जाति वैधता प्रमाणपत्र के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किए थे. अधिकांश उम्मीदवारों के पास रसीद तक पहुंची है. वे उम्मीदवार वर्तमान चुनाव में पुरानी पहुंच रसीद पर नामांकन दाखिल कर सकेंगे.
जिले में दो हजार से अधिक उम्मीदवारों के सामने जाति वैधता प्रमाणपत्र का संकट हल हो गया है. नए इच्छुक उम्मीदवारों के लिए जाति वैधता प्रमाणपत्र आवश्यक है. उस संबंध में इच्छुक उम्मीदवार जिला जाति प्रमाणपत्र सत्यापन समिति के कार्यालय में एकत्र हुए हैं. इसके अलावा छात्रों ने जाति वैधता प्रमाणपत्र के लिए आवेदन प्रस्तुत किया है.
30 दिसंबर अंतिम दिन
नामांकन पत्र स्वीकार करने का 30 दिसंबर अंतिम दिन है. उससे पहले प्रत्येक इच्छुक उम्मीदवार के पास न्यूनतम पहुंच रसीद आवश्यक है. जिला जाति प्रमाणपत्र सत्यापन समिति का कार्यालय में अभी सुबह 10 से शाम 5 बजे तक आवेदन स्वीकारे जा रहे हैं. अब तक एक हजार से अधिक इच्छुक उम्मीदवारों ने जाति वैधता प्रमाणपत्र प्रस्तुत किए हैं.
प्रत्याशी का 7 वीं पास अनिवार्य
राज्य निर्वाचन आयोग के परिपत्रक अनुसार ग्रामपंचायत चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने वाले प्रत्येक उम्मीदवार को कम से कम कक्षा 7 की परीक्षा उत्तीर्ण करनी चाहिए. यह परिपत्रक कई उम्मीदवारों को हिस्टोरिकल बनाने जा रहा है. इसमें यह भी कहा गया कि यह जनवरी 1995 को या उसके बाद जन्म लेने वालों के लिए अनिवार्य है.
जिले में 980 ग्रापं, अब तक 2,233 आवेदन
पिछले दो दिनों से ऑनलाइन नामांकन पत्र स्वीकार किए गए हैं. इस स्थिति में जिले में 980 ग्रामपंचायतों के लिए 2,233 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है. सोमवार से इसमें जबरदस्त इजाफा होगा.
महिला प्रत्याशियों का इंतजार
महिला सशक्तिकरण के संबंध में सरकार ने दिनदयाल उपाध्याय अंत्योदय, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका अभियान लागू किया है. यह योजना सामाजिक, आर्थिक, वित्तीय और सार्वजनिक सेवाओं और विकास प्रदान करती है. महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक सशक्तिकरण के साथ-साथ राजनीतिक सशक्तिकरण भी आवश्यक है. एसएचजी, ग्राम संघ, वार्ड संघ बनाकर क्षमता निर्माण किया जा रहा है. अभियान के माध्यम से महिला संगठन ग्रामीण स्तर पर उभरे हैं. वर्तमान में राज्य में ग्राम पंचायत चुनाव प्रक्रिया चल रही है. राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) ने उमेद अभियान में भाग लेने के लिए यथासंभव स्वयं सहायता समूह के सदस्यों से अपील की है.