यवतमाल. शहर सहित जिलेभर में मंगलवार को राज्य सरकारी, निजी सरकारी, शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी समन्वय समिति के माध्यम से कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन योजना की मांग को लेकर हड़ताल शुरू की है. हड़ताल दूसरे दिन भी लगातार जारी रही. आजाद मैदान पर हड़ताली कर्मचारी एकजुट हुए.
जिलाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार दूसरे दिन शहर के जिलाधिकारी कार्यालय में स्थित सरकारी कार्यालयों में कार्यरत अधिकतर अधिकारी व कर्मचारी हड़ताल पर है. फिलहाल सरकारी कार्यालयों का कामकाज पटवारियों, मंडल अधिकारी और अस्थायी कर्मचारियों के बलबूते चलाया जा रहा है.
आजाद मैदान पर जमाया ठिया
स्थानीय जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में स्थित जिला आपूर्ति कार्यालय में भी पूरी तरह से वीरानी नजर आयी. यहीं नहीं तो जिलाधिकारी कार्यालय के अनेक सरकारी कार्यालयों में भी कुर्सियां और टेबल खाली नजर आए. राज्य सरकारी कर्मचारियों ने अब अपना ठिया पोस्टल ग्राउंड से हटाकर आजाद मैदान पर बना लिया है. यहां पर सरकारी कर्मचारियों की भीड़ देखने को मिल रही है.
निवासी चिकित्सकों के भरोसे काम
हडताल में शासकीय वैद्यकीय अस्पताल में काम करनेवाली नर्सेस और अन्य कर्मचारियों ने भी सहभाग लिया है. अस्पताल में इलाज कराने के लिए आनेवाले मरीजों को असुविधाओं का सामना ना करना पडे इसके लिए रेसीडेंट चिकित्सकों ने मोर्चा संभाले रखा हुआ है. रेसीडेंट चिकित्सकों की माने तो अस्पताल की नर्सेस हड़ताल पर जाने से कामकाज में थोड़ी बहुत दिक्कते आ रही है. बावजूद इसके मरीजों का इलाज ठीकठाक से किया जा रहा है.
दिग्रस के 3,500 कर्मचारी शामिल
दिग्रस में भी हड़ताल से कामकाज ठप है. अधिकांश विभागों में सुनसान हालत देखी गई. हड़ताल में नगर परिषद कार्यालय, निर्माणकार्य विभाग, पंचायत समिति, शिक्षा विभाग, तहसील कार्यालय जैसे विविध कार्यालयों के करीब 3,500 कर्मचारियों ने हिस्सा लिया है.
एक ही मिशन, पुरानी पेंशन
पुरानी पेंशन योजना लागू किए जाने की मांग को लेकर राज्य सरकारी एवं अर्ध सरकारी कर्मचारी आरपार की लड़ाई पर उतर आए है. कर्मचारी बेमियादी हडताल पर चले गए हैं. कर्मचारियों के सड़क पर उतर जाने की वजह से वणी मे सरकारी दफ्तर वीरान नजर आ रहे थे. सरकारी कार्यालयीन कामकाज भी लगभग पूरी तरह ठप ही रहा. हड़ताल के पहले दिन शहर से भव्य बाइक रैली निकाली गयी थी .