
दिग्रस: पोहरादेवी से दिग्रस लौटने पर उद्धव ठाकरे ने यवतमाल-वाशिम के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने संजय राठौड़, भावना गवली समेत मोदी-फडणवीस की भी आलोचना की। इसके साथ ही उन्होंने शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल हुए पवार गुट की भी आलोचना की।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह आज कोई जनसभा नहीं है। यहां लोग मुझसे मिलने आए। मैंने उनसे कहा कि मैं पोहरादेवी में दर्शन के लिए आया हूं। लेकिन एक बात तो स्पष्ट है कि आज की भीड़ देखकर चुनाव आयोग की आंखें खुल गई होंगी। मैंने पोहरादेवी में जाकर जगदंबा से दोबारा मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद नहीं मांगा। बल्कि किसानों की सुख समृद्धि की प्रार्थना की। साथ ही गद्दारों और प्रदेश में राजनीति के गिरते स्तर को रोकने के लिए आशीर्वाद मांगा। भाजपा ने हम पर आरोप लगाए। लेकिन आज भाजपा ने अपने आप को टटोलना चाहिए। अनेक निष्ठावान और कार्यकर्ताओं ने भाजपा को बढ़ाने का काम किया था। लेकिन आज निष्ठावन कार्यकर्ताओं की अवस्था गंभीर हो चुकी है। भाजपा में सभी भ्रष्टाचारियों को लाया जा रहा है। राजनीति में फुट होती ही रहती है।
पक्षप्रमुख उद्धवसाहेब ठाकरे यांचा यवतमाळ आणि वाशिम जिल्ह्यातील कार्यकर्त्यांशी संवाद । दिग्रस, यवतमाळ – #LIVE #UddhavSahebThackeray #विदर्भदौरा [ रविवार – ०९ जुलै २०२३ ] https://t.co/OhPwukYhuQ
— ShivSena – शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) July 9, 2023
‘…तो राष्ट्रवादी के 40 विधायकों को क्यों फोडा’
भुजबल पहले हमारे साथ थे, इसके बाद राष्ट्रवादी में गए और अब उनके साथ गए हैं। पार्टियों को तोड़ना शुरू किया गया है। पहले वोटों के आधार पर सरकार आती थी लेकिन अब खोके से आ रही है। मेरा काम अच्छा नहीं था तो जनता मुझे घर बिठाती। लेकिन आपने बाला साहब के बेटे को मुख्यमंत्री पद से हटाया, उन बातों को भी अब जाने दीजिए। आपके सरकार में 165 विधायक थे तो राष्ट्रवादी के 40 विधायकों को क्यों फोडा गया।
‘पहले राजनीति में पार्टी बंटती थी, अब पार्टी भाग रही है’
ठाकरे ने कहा, ‘पहले राजनीति में पार्टी बंटती थी, अब पार्टी भाग रही है। पार्टी भले ही भाग जाए, लेकिन लोगों में जोश है। आज मेरा स्वागत हुआ है। लोग कहते हैं चिंता मत करो, हम आपके साथ हैं। मेरे दौरे के दौरान सार्वजनिक रूप से बोलने पर कोई रोक नहीं है। मातोश्री में अधिकारी रोज मुझसे मिलने आते हैं, लेकिन अब बारिश हो रही है तो मैंने सोचा कि बैठक करने की बजाय मुझे क्षेत्र में जाकर कार्यकर्ताओं से मिलना चाहिए।’
राज्य में एक फूल दो हाफ
उद्धव ठाकरे ने राज्य सरकारी कि आलोचना करते हुए कहा, “किसानों की समस्याएं तो हल नहीं हो रही हैं, लेकिन बीजेपी दूसरों का घर फोड़ रही है। कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। महिलाओं पर हिंसा बढ़ी है। ठाकरे ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में एक फूल दो हाफ है। पता ही नहीं चलता कि कोई पूर्ण मुख्यमंत्री है भी या नहीं, दो आधे उप मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने सवाल किया कि हमारी तीन पहियों वाली सरकार थी, अब क्या आप त्रिशूल सरकार बन गए?’
अमित शाह ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री रहने की बात कही थी
अमित शाह ने ढाई साल हमारा और ढाई साल शिवसेना का मुख्यमंत्री रहने की बात कही थी। इसलिए हमने गठबंधन बनाया। अगर ऐसा होता तो आप आज मुख्यमंत्री होते। इस समय राज्य महंगाई में पीस रहा है। लेकिन सत्ता में शामिल सत्ताधारियों में से कोई भी महंगाई को लेकर बोल नहीं रहा है। अब समान नागरिक संहिता लाते हुए हमने कश्मीर में धारा 370 का समर्थन किया था। लेकिन हम इस विचार का विरोध करेंगे कि एक देश में केवल एक ही पार्टी होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने एनसीपी पर 70 हजार करोड़ का घोटाला करने का आरोप भोपाल में आयोजित जनसभा में लगाया था। लेकिन चार दिन बाद ही राष्ट्रवादी का एक समूह उनके साथ चला जाता है।
प्रधानमंत्री मणिपुर जाना तो दूर बोलने के लिए भी तैयार नहीं
प्रधानमंत्री मणिपुर जाना तो दूर बोलने के लिए भी तैयार नहीं है। मणिपुर के हालात काफी बिगड़ते जा रहे हैं। लेकिन इस बारे में एक शब्द भी प्रधानमंत्री नहीं बोल रहे है। अगर मणिपुर को शांत करना है तो मैं एक समाधान सुझाता हूं। विपक्षी दल के नेताओं के घरों पर ईडी सीबीआई के छापे मत मारो। उस ईडी सीबीआई, आयकर विभाग को मणिपुर भेजो एक बार छापेमारी हो जाएगी तो वो लोग आपकी तरफ आ जाएंगे और मणिपुर शांत हो जाएगा। राज्य में अब मोदी नाम का सिक्का नहीं चलेगा। बजरंगबली के नाम पर वोट मांगने वालो को भी बजरंगबली ने उनको रास्ता दिखा दिया है। ठाकरे ने तंज कसते हुए कहा कि जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए मोदी ने उनसे ही राखी बांधी।
पोहरादेवी का मार्ग आज भी जैसे थे
ठाकरे ने कहा कि विधायक चले गये, सांसद चले गये तो भी कोई गम नहीं है। उनके साथ दमदार शिवसैनिक है। उद्धव ठाकरे ने कहां की पोहरादेवी के लिए रास्ता विकास निधि दिया गया था। वह निधि आखिरकार गया। पोहरादेवी का मार्ग आज भी जैसे थे वैसे ही है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं कांग्रेस के साथ गया तो मैंने गद्दारी की, लेकिन जब भाजपा राष्ट्रवादी के साथ सत्ता में जाती है तो वह आपको चलता है।
गद्दारों का दहन करने का समय आ गया
शिवसेना पदाधिकारी अमित राठौर ने कहा अब गद्दारों का दहन करने का समय आ गया है। गद्दारों को गाड़ने के लिए उधव ठाकरे को पोहरादेवी की जगदंबा से शक्ति मिली है। दिग्रस मैं आयोजित कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन मंच पर मौजूद अन्य अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त किए।