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यवतमाल. दारव्हा तहसील के मांगकिन्ही गांव के हत्या मामले में तीसरे आरोपी नेर तहसील के शहापुर निवासी शुभम चव्हाण को दारव्हा पुलिस ने अमरावती जिले के तलेगांव दशासर से हिरासत में लिया है. इनमें से मुख्य आरोपी मांग किन्ही निवासी शंकर चव्हाण और सिंदखेड तालेर थाना निवासी सुपारी किलर रामा शंकर जाधव को इससे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. उनको सात दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है.

गिरफतार किए गए आरोपी रामा जाधव  ने पुलिस जांच के दौरान दी जानकारी के अनुसार उसने और शुभम चव्हाण ने मिलकर मृतक की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी थीं. घटना के बाद वे मृतक उमेश चव्हाण की दुपहिया व मोबाइल लेकर घटनास्थल से भाग निकले थे. दोनों रामा जाधव के घर सिंदखेड में पहुंचे. यहां शुभम ने रात भर रुकने के बाद वह मृतक की दुपहिया व मोबाइल लेकर वहां से भाग निकला था. इस दौरान उसने मोबाइल बंद कर रखा था, इसीलिए उसका लोकेशन नहीं मिल पा रहा था. दारव्हा पुलिस थाने के थानेदार विलास कुलकर्णी इससे पहले अमरावती जिले के चांदूर रेलवे में थानेदार के रूप में कार्यरत थे. इसीलिए उन्होंने वहां के कुर्हा, तलेगांव, धामणगांव रेलवे, तिवसा पुलिस थाने में आरोपी शुभम चव्हाण के फोटो व दुपहिया के फोटो भेजकर ढूंढने की अपील की थीं.

गुरुवार की शाम आरोपी शुभम चव्हाण देवगांव फाटे पर एक ढाबे पर दिखाई देने पर पेट्रोलिंग कर रहे तलेगांव पुलिस थाने के कर्मचारी पवन अलोने व संदेश चव्हाण ने पुलिस निरीक्षक कुलकर्णी द्वारा भेजी गई तस्वीर व दुपहिया की पडताल की. वह शुभम चव्हाण होने की पृष्टी होने पर उसे तुरंत कब्जे में लिया और पुलिस निरीक्षक कुलकर्णी को जानकारी दी. इसके बाद पुलिस निरीक्षक विलास कुलकर्णी अपने सहयोगी कर्मचारी सुनील राठोड, सुरेश राठोड, मोहसीन चव्हाण, सलीम पठाण के साथ तलेगांव पहुंचकर आरोपी शुभम चव्हाण को हिरासत में लिया. आरोपी के पास से मृतक की दुपहिया व मोबाइल जब्त किया गया. आरोपी रामा जाधव शातिर बदमाश होने से उसके तडिपारी का प्रस्ताव फिलहाल मंजूरी की प्रक्रिया में है.

क्राईम पेट्रोल देखकर शंकर ने रचा था हत्या का प्लान

क्राईम पेट्रोल धारावाहिक देखकर आरोपी शंकर चव्हाण ने हत्या का प्लान रचा था. मृतक उमेश चव्हाण की हत्या करने के लिए आरोपी शंकर बीते एक महिने से तैयारी कर रहा था. इसके लिए वह अपने मोबाइल पर लगातार क्राईम पेट्रोल धारावाहिक के अलग अलग एपिसोड देखकर नियोजन कर रहा था. किसी भी हालात में कबूली नहीं देने का संकल्प उसने लिया था. पुलिसियां तेवर दिखाने के बाद भी वह जुबान नहीं खोल पा रहा था. थानेदार विलास कुलकर्णी ने उससे अलग अलग एंगल से पूछताछ करने का प्रयास किया. आखिरकार आरोपी ने अपनी जुबां खोली. इसके बाद आरोपी ने पुलिस के सामने पूरा घटनाक्रम बताया. दारव्हा पुलिस ने समय ना गंवाते हुए तत्काल गतिविधियां हलचलें करते हुए सुपारी लेनेवाले शंकर जाधव व शुभम चव्हाण को हिरासत में लिया.

मृतक उमेश चव्हाण की घटनास्थल से गायब दुपहिया व मोबाइल के साथ आरोपी शुभम चव्हाण को कब्जे में लिया गया. यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक डा. पवन बनसोड, अपर पुलिस अधीक्षक पीयूष जगताप, एसडीपीओ आदित्य मिरखेलकर के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक विलास कुलकर्णी, एपीआई मिलिंद पारडकर, पीएसआई रत्नपारखी, सुनील राठोड, सुरेश राठोड, रवि मोर्लेवार ने की.