Leopard found dead in Mahagaon
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महागांव. महागांव तालुक के काला दौलत खान वन पार्क के अंतर्गत आने वाले राऊतवाड़ी परिसर के बारभाई टांडा में एक मृत तेंदुआ पाया गया. संभावना जताई जा रही है कि इस तेंदूए की मौत दुर्घटनावश हुई है. अनुमान लगाया जा रहा है कि दो दिन पहले इसी इलाके में एक तेंदुए की मौत हुई है. इस परिसर में कार्यरत वनरक्षक मुसले नामक महिला कर्मचारी है, वहीं येरवाल नामक वन रक्षक प्रभारी के रूप में इस स्थान पर गश्त करने का काम कर रहे है.

दो दिन बीत गए लेकिन इस गंभीर बात का पता नहीं मिलने से संबंधित की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं. इस घटना की जानकारी दौलत खां वन रेंज कार्यालय को दी गई. वन क्षेत्र पदाधिकारी एवं पशु चिकित्सा पदाधिकारी सम्राट मेश्राम, डॉ. अमित झा ने सोमवार की दोपहर घटना स्थल का दौरा किया.

मृत नर तेंदुए की उम्र करीब चार से पांच साल है और संभवतया उसकी मौत दो दिन पहले हुई है. क्षेत्र में वन विभाग की गश्त नहीं होने के कारण मृत तेंदुआ वन विभाग की नजर में नहीं आया. ग्रामीणों ने ही मृत तेंदुए की सूचना वन विभाग को दी. अब तक सबसे अधिक तेंदूओं की मौत काली दौलत खां वन रेंज कार्यालय के अंतर्गत दर्ज की गई है. इसमें एक और नर तेंदूआ जुड़ गया है.

पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अमित झा ने इस बात को खारिज किया है कि तेंदूआं का शिकार किया गया है. तेंदूए की मौत कैसे हुई इसका पता लगाने के लिए नमूने प्रयोगशाला भेजे जाएंगे.दो दिनों से मृत तेंदुआ बाघ के जंगल में पड़े रहने से यहां वन रेंज कार्यालय की गश्त पर सवाल खड़ा हो गया है.

पहले एक तेंदुआ की मौत हो गई थी. कई दिनों तक वन विभाग की नजर इस पर नहीं पड़ी. उसके बाद पता चला कि इस तेंदुआ की खाल का पंचनामा किया गया था. जब हमारे ने वन परिक्षेत्र अधिकारी से संपर्क किया सम्राट मेश्राम को फोन किया तो कोई जवाब नहीं मिला.