पटना: बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में बवाल हो गया है। राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janta Dal) के विधायकों ने पेश किए गए विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक की प्रती विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा (Speaker Vijay Kumar Sinha) से छीनने का प्रयास किया। इस दौरान वहाँ मौजूद मार्शलों ने सभी को हटाने की कोशिश की, लेकिन विपक्षी विधायकों ने उनसे हाथापाई शुरू कर दी। जिसमें कई पुलिस अधिकारी और विधायक घायल हो गए।
विधानसभा को कमरे में किया बंद
आरजेडी विधायकों ने विरोध में विधानसभा अध्यक्ष को उनके कमरे में ही कैद कर दिया। सभी विधायक उनके कमरे के बाहर बैठ गए और उन्हें बाहर नहीं आने दिया। जिसके कारण विधानसभा के अंदर अव्यवस्था फ़ैल गई। बार-बार कहने पर भी जब सदस्य नहीं हटे तो मार्शल्स को बुलाया और उन्हें हटाना शुरू किया गया।
नितीश मुर्दाबाद के लगाए नारे
विधेयक जैसे ही सदन में पेश किया गया आरजेडी के सदस्यों ने विरोध करना शुरू कर दिया। विधायक विरोध में विधानसभा के अंदर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने लगातार नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
कई अधिकारी घायल
विधायकों के साथ हुई हाथापाई में कई पुलिस अधिकरी घायल हो गए हैं। वहीं इस दौरान कई विपक्षी विधायक भी घायल हुए हैं। जिन्हे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बिहार विधानसभा के इतिहास में यह पहला मौका था जब किसी विधानसभा अध्यक्ष के साथ विधायकों ने ऐसा व्यवहार किया हो।
यह लोकतंत्र की हत्या
इस हंगामे को लेकर आरजेडी विधायक सत्येंद्र कुमार ने कहा, “एसपी ने मेरी छाती पर मारा है। यह लोकतंत्र की हत्या है।” वहीं एक अन्य विधायक सतीश कुमार ने कहा, “पुलिस और स्थानीय गुंडों ने मुझपर हमला किया। उन्होंने कहा, “देखें कि आज एक चुने हुए प्रतिनिधि के साथ कैसा व्यवहार किया गया।”
#WATCH RJD MLA Satish Kumar carried on a stretcher from Bihar Assembly after he was allegedly manhandled by “police and local goons” inside the Assembly during protest against Bihar Special Armed Police Bill 2021.
“See how an elected representative was treated today,” he says pic.twitter.com/WlJe1ly6DH— ANI (@ANI) March 23, 2021
ज्ञात हो कि, राज्य सरकार ने विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 विधानसभा में पेश किया। विपक्षी विधायक इस बिल का लगातार विरोध कर रहे हैं। आरजेडी का कहना है कि सरकार राज्य में पुलिस लॉ लगाना चाहती है। अगर यह विधेयक पास हुआ तो पुलिस बिना मुकदमा दर्ज किये ही लोगों को जेल में डाल देगी।