जोधपुर: परशुराम जयंती के दिन एक रात पहले जोधपुर में दो समुदाय के बीच हुई हिंसा को लेकर राजस्थान की राजनीति गरमा गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित पूरी कांग्रेस सरकार एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर आ गई है। इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री पर बड़ा हमला बोला है। हिंसा को लेकर आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि, “मुख्यमंत्री का क्षेत्र जल रहा था और वह गुलदस्ते लेने में व्यस्त थे।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “सुबह की नमाज के वक्त तुरंत बाद कारों में तोड़फोड़ की गई, घरों पर पथराव किया गया, जोधपुर में महिलाओं का अपमान किया गया। इसे रोकने के लिए पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया। राजस्थान में क़ानून व्यवस्था की हालत बदतर है।”
उन्होंने कहा, “उनके(अशोक गहलोत) शहर को जब फूंका जा रहा था तो वे जन्मदिन की शुभकामनाएं और गुलदस्ते लेने में व्यस्त थे। हमने प्रशासन से कहा है कि अगर इस मामले में सही से कार्रवाई नहीं हुई तो हम जालोरी गेट पर धरना देंगे।”
What happened at the time of morning Namaz that immediately afterward cars were vandalised, houses were pelted with stones, women were insulted in Jodhpur. Police did not take any pre-emptive steps to prevent this: Union minister&Jodhpur MP Gajendra S Shekhawat on Jodhpur clashes pic.twitter.com/bVGq4eJJSV
— ANI (@ANI) May 3, 2022
उन्होंने आगे कहा, “वहां पर हम हज़ारों की संख्या में बैठेंगे। वहां बैठकर हम प्रशासन पर दबाव डालेंगे कि वे जोधपुर की शांति और भाईचारे को बिगाड़ने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करें।”
मुख्यमंत्री ने की शांति की अपील
मुख्यमंत्री ने हिंसा के बाद कहा कि, “जोधपुर में कल देर रात से जो तनाव पैदा हुआ है वो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारे राजस्थान की, मारवाड़ की परम्परा रही है कि सभी समाज के, सभी धर्मों के लोग हमेशा, हर त्यौहारों पर भी प्रेम भाईचारे से रहते आए हैं, मैं अपील करना चाहूंगा कि तमाम लोग शांति बनाए रखें और तनाव समाप्त करें।”
इसमें उन्होंने कहा कि, “साम्प्रदायिक सद्भाव और भाईचारे को नुकसान पहुंचाने वाली घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।”
उन्होंने कहा, “जोधपुर में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, प्रदेश में कहीं भी साम्प्रदायिक सौहार्द्र को प्रभावित करने वाली घटना से समाज में शांति एवं कानून व्यवस्था को क्षति पहुंचती है। अपराधी चाहे किसी धर्म, जाति या वर्ग का हो अपराध में उसकी संलिप्तता पाये जाने पर उसे बख्शा नहीं जाए।”