नई दिल्ली. राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। उन्होंने कहा पीएम मोदी बार-बार राज्यों का दौरा करते रहते हैं। चुनाव के बाद क्या पीएम मोदी आएंगे और यहां कॉलेज खोलेंगे, सड़कें बनाएंगे? भाजपा ने सांसदों विधानसभा का टिकट दिया इसका मतलब भाजपा ने हार मान ली है।
चूरू में एक रैली को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा, “पीएम मोदी बार-बार राज्यों का दौरा करते रहते हैं. चुनाव के बाद क्या पीएम मोदी आएंगे और यहां कॉलेज खोलेंगे? क्या वह आएंगे और यहां सड़कें बनाएंगे? क्या करेंगे पीएम मोदी? वे (भाजपा) यहां कोई चेहरा तय नहीं कर पा रहे हैं, उन्होंने 9 सांसदों को टिकट दिया और मैं इसे उनकी सबसे बड़ी विफलता मानता हूं। इसका मतलब है कि उन्होंने हार स्वीकार कर ली है और उसके कारण सांसदों को मैदान में उतार रहे हैं।”
#WATCH | Churu: Rajasthan CM Ashok Gehlot says, “…PM Modi keeps visiting states again and again..after election, will PM Modi come and open colleges here?…will he come and make roads here? What will PM Modi do? They (BJP) can’t decide a face here, they gave tickets to 9 MPs… pic.twitter.com/4NK72u7Q7K
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) October 10, 2023
BJP सात सांसदों को दिया टिकट
गौरतलब है कि भाजपा ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए अपने 41 प्रत्याशियों की पहली सूची सोमवार को जारी की, जिसमें सात मौजूदा सांसदों के नाम भी हैं। इनमें से छह लोकसभा के, जबकि एक राज्यसभा का सदस्य है। पार्टी ने जिन सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारने की घोषणा की है, उनमें लोकसभा सदस्य नरेंद्र कुमार (मंडावा), दिया कुमारी (विद्याधर नगर), राज्यवर्धन राठौड़ (झोटवाड़ा), भागीरथ चौधरी (किशनगढ़), देवजी पटेल (सांचौर) एवं बालक नाथ (तिजारा) तथा राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा (सवाई माधोपुर) शामिल हैं।
अशोक गहलोत के खिलाफ कोई नाराजगी नहीं
भाजपा की उम्मीदवारों की सूची पर गोगोई ने कहा, “राजस्थान में हर पांच साल पर सरकार बदलने की परंपरा लंबे समय से रही है। राजस्थान में सरकार और मुख्यमंत्री (अशोक गहलोत) के खिलाफ कोई नाराजगी नहीं है। इसलिए यह परंपरा इस बार टूटने वाली है।” उन्होंने दावा किया, “राजस्थान में भाजपा डरी हुई है। भाजपा ने उन सांसदों को टिकट दिए हैं, जिनके खिलाफ जमीन पर व्यापक माहौल है। वो लोकसभा चुनाव नहीं जीतने वाले थे। भाजपा को उनका टिकट काटने का बहाना ढूंढना था। बहाना ढूंढकर उनको विधानसभा का टिकट दे दिया गया है।”
यह पूछे जाने पर कि अगर सरकार बदलने की परंपरा टूटती है, तो क्या अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री पद पर बरकरार रखा जाएगा, इसपर गोगोई ने कहा, “पार्टी की परंपरा जो होती है, हम उसी के अनुसार काम करेंगे।” (एजेंसी इनपुट के साथ)