Rajendra Guda
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जयपुर. राजस्थान के मंत्री पद से बर्खास्त किये जाने के बाद कांग्रेस नेता राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Guda) ने रविवार को झुंझुनू (Jhunjunu) में बड़ा बयान दिया है। गुढ़ा ने उनके भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलों और भाजपा का साथ देने के आरोपों को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे। उनकी लड़ाई पूरी तरह से राज्य में अपराध और महिला सुरक्षा के मुद्दों पर केंद्रित है।

पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, “मेरा चुनाव भाजपा के खिलाफ होता है। यहां कांग्रेस तो 4 बार से है ही नहीं। मैं चुनाव भाजपा के खिलाफ लडूंगा। अब वो (कांग्रेस) हम पर ये आरोप लगा रहे हैं कि हम भाजपा से मिले हुए हैं। राजस्थान महिला अत्याचार में पहले स्थान पर है। मैंने सिर्फ इतना कहा कि मणिपुर की बात करना ठीक है मगर अपने गिरेबान में झांककर देखो कि हमारे यहां क्या हो रहा है। मुझे व्यक्तिगत वोट मिलते हैं, मैं किसी पार्टी से जीतकर नहीं आता। कांग्रेस में 50% लोग अनुकंपा नियुक्ति के हैं।”

राजेंद्र गुढ़ा ने अपनी बर्खास्तगी को अपमान बताया और कहा कि उन्हें बर्खास्त करने के बजाय इस्तीफा देने का मौका दिया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा, “जिस तरह से उन्होंने मुझे बर्खास्त किया वह अपमानजनक है, उन्हें मुझसे इस्तीफा देने के लिए कहना चाहिए था।”

बता दें कि राजेंद्र गुढ़ा को महिलाओं के खिलाफ अपराधों के बारे में विधानसभा में अपनी ही सरकार पर सवाल उठाने के कुछ ही घंटों बाद बर्खास्त कर दिया गया था।

गौरतलब है कि गुढ़ा ने महिला सुरक्षा और उनके खिलाफ अत्याचार के मुद्दे पर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा था, “राजस्थान में, ये सच्चाई है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल हो गए, और राजस्थान में जिस तरह से अत्याचार बढ़े हैं महिलाओं के ऊपर, मणिपुर के बजाय हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।”

गुढ़ा के पास सैनिक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), होम गार्ड एवं नागरिक सुरक्षा (स्वतंत्र प्रभार), पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग था। उल्‍लेखनीय है कि गुढ़ा उन छह विधायकों में से एक हैं जिन्होंने 2018 का विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की टिकट पर जीता था, लेकिन बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए। गुढ़ा को अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। गुढ़ा उसके बाद खुलकर सचिन पायलट का समर्थन करते नजर आए और अपने कई बयानों से विवादों में रहे।