नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार (26 अप्रैल) को पशु तस्करी के मामले में तृणमूल कांग्रेस के अनुब्रत मंडल की बेटी सुकन्या मंडल को गिरफ्तार किया है। टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल को पहले सीबीआई और फिर ईडी ने गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने पहले सुकन्या मंडल से पूछताछ की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अधिकारियों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित मवेशी तस्करी मामले में इससे पहले अनुब्रत मंडल को गिरफ्तार किया था।पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका सुकन्या मंडल से ईडी ने पहले कुछ मौकों पर पूछताछ की थी।
Sukanya Mondal, daughter of Anubrata Mondal, has been arrested. The law will take its own course. TMC is not defending her but in this particular case we have a point that her mother died 3 months ago, her father is in jail and she is the only child, is there any real requirement… pic.twitter.com/t8PJAWhDQQ
— ANI (@ANI) April 26, 2023
टीएमसी की बीरभूम जिला इकाई के अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को सीबीआई ने पशु तस्करी में कथित संलिप्तता के मामले में पिछले साल अगस्त में गिरफ्तार किया था। सीबीआई की ओर से इस मामले में दाखिल किए गए आरोपपत्र में अनुब्रत मंडल का नाम भी है।
क्या उसे गिरफ्तार करने की कोई वास्तविक आवश्यकता है? कुणाल घोष
गिरफ्तारी को लेकर टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि अनुब्रत मंडल की बेटी सुकन्या मंडल को गिरफ्तार कर लिया गया है। कानून अपना काम करेगा। टीएमसी उसका बचाव नहीं कर रही है लेकिन इस विशेष मामले में हमारे पास एक बिंदु है कि उसकी मां की मृत्यु 3 महीने पहले हो गई थी, उसके पिता जेल में हैं और वह इकलौती संतान है, क्या उसे गिरफ्तार करने की कोई वास्तविक आवश्यकता है?
टीएमसी के कई नेता ‘कोल कॉरिडोर’ और ‘मवेशी कॉरिडोर’ में शामिल : सुकांत मजूमदार
वहीं, पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने कहा कि यह तो होना ही था। मुझे मिली जानकारी के अनुसार ईडी ने बीरभूम से उसे गिरफ्तार किया है। उसके नाम से मिली संपत्ति के बारे में एजेंसी पता लगाएगी। मुझे लगता है कि आने वाले समय में सब कुछ सामने आ जाएगा। मुझे लगता है कि मवेशी तस्करी और कोयला तस्करी के मामलों में और भी कई नाम सामने आएंगे. यह सिर्फ 1-2 लोगों की हरकत नहीं हो सकती। टीएमसी के कई नेता ‘कोल कॉरिडोर’ और ‘मवेशी कॉरिडोर’ में शामिल हैं, जिसके जरिए तस्करी होती थी।