
कोलकाता. पश्चिम बंगाल (West Bengal) में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ताश के पत्तों की तरह बिखर रही है। अब तक चार टीएमसी नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दिया हैं। जिसके बाद पार्टी अपने नेताओं को टूट से बचाने में लगी है। इस बीच जितेंद्र तिवारी (Jitendra Tiwari) ने माफ़ी मांगकर पार्टी में वापसी कर ली है।
तिवारी ने ममता सरकार में मंत्री अरूप विश्वास (Aroop Biswas) से मुलाकात के बाद कहा, “मैं टीएमसी के साथ हूं और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) से माफी मांगूंगा।”
Kolkata: Former TMC Asansol district Chief Jitendra Tiwari meets West Bengal Minister & TMC leader Aroop Biswas; says, "I'm with TMC & will apologise to Chief Minister Mamata Banerjee."
Jitendra Tiwari had tendered his resignation from post of TMC Asansol dist chief on Dec 17. pic.twitter.com/1IrvuPY0ch
— ANI (@ANI) December 18, 2020
गौरतलब है कि केंद्र द्वारा जारी फंड का सही इस्तेमाल न होने से नाराज आसनसोल के विधायक जितेंद्र तिवारी ने गुरुवार (18 दिसंबर) को इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने टीएमसी के पश्चिम बर्द्धमान जिला अध्यक्ष का पद भी छोड़ दिया था।
टीएमसी सूत्रों कि माने तो अरूप बिस्वास (Aroop Biswas) और प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) से मुलाकात के बाद तिवारी ने पार्टी में वापसी का मन बनाया। वहीं तिवारी के भाजपा में आने का बाबुल सुप्रियो विरोध कर रहे थे।
ममता के सामने मुश्किलों का पहाड़!
पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बार राज्य में ममता बनर्जी के सामने मुश्किलों का पहाड़ है। एक तरफ जहां भाजपा बंगाल चुनाव जितने में पूरी ताकत झोंक रही है। वहीं टीएमसी में अंदरूनी घमासान चल रहा है। मंत्री, विधायक पार्टी से इस्तीफ़ा दे रहे हैं। अब तक परिवहन मंत्री और विधायक शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari), शीलभद्र दत्ता (Shilbhadra Dutta), जितेंद्र तिवारी (Jitendra Tiwari) और कबिरुल इस्लाम (Kabirul Islam) ने पार्टी से इस्तीफ़ा दिया है।
शुभेंदु अधिकारी का इस्तीफ़ा नामंजूर
पश्चिम बंगाल विधानसभा स्पीकर (Assembly Speaker) ने शुभेंदु अधिकारी के इस्तीफे को नामंजूर कर दिया है। शुक्रवार को स्पीकर ने कहा, “मैंने पत्र (सुवेंदु अधिकारी का इस्तीफा) को देखा और पाया कि उस पर तारीख स्पष्ट नहीं थी। मुझे यह जानकारी नहीं दी गई थी कि उनका इस्तीफा सही और स्वतंत्र है। इसलिए इसे स्वीकार कर पाना संभव नहीं है। मैंने उनसे 21 दिसंबर को मेरे सामने पेश होने के लिए कहा है।”
तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को बड़े-बड़े वादे करके लुभा रही है भाजपा
तृणमूल कांग्रेस के कुछ सदस्यों के पार्टी छोड़ने के बीच, पार्टी की लोकसभा सांसद काकोली घोष दस्तीदार (MP Kakoli Ghosh Dastidar) ने भाजपा (BJP) पर नेताओं से बड़े-बड़े वादे कर उन्हें पार्टी में आने का लालच देने का आरोप लगाया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि यह केन्द्र की नीतियों के खिलाफ आवाज उठा रहे, ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की अगुवाई वाले नेतृत्व से बदला लेने का एक तरीका है।
उन्होंने कहा, “कुछ हैं जो व्यक्तिगत लाभ के लिए कुछ काम, कुछ खास तरीके से करना चाहते हैं, यह कुछ ऐसा है जिसकी हमारी पार्टी कभी इजाजत नहीं देगी क्योंकि दीदी (ममता बनर्जी) पारदर्शिता पर विश्वास करती हैं।”