National Geographic Channel to make documentary on Jharkhand tourism

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    – ओमप्रकाश मिश्र

    रांची : झारखंड (Jharkhand) में पर्यटन (Tourism) के क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं। खान और खनिज (Mines and Minerals) के अलावा यहां के लोगों खासकर आदिवासियों (Tribals) और उनकी परंपरा, रीति – रिवाज, कला- संस्कृति, खानपान और रहन-सहन के साथ प्राकृतिक सौंदर्य (Natural Beauty), प्राचीन ऐतिहासिक धरोहर (Ancient Historical Heritage), पुरातात्विक अवशेष, हेरिटेज, मेगालिथ, अध्यात्म और एडवेंचरस स्पोर्ट्स (Adventure Sports) आदि के क्षेत्र में काफी समृद्ध है।

    इसे अलग पहचान देने की दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है, ताकि देश – दुनिया के सामने समग्र झारखंड को पेश किया जा सके। नेशनल ज्यग्रोफिक चैनल के प्रतिनिधियों से उक्त आशय की पुष्टि करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपरोक्त बातें कहीं उन्होंने कहा कि इसमें नेशनल ज्योग्राफिक का अहम योगदान हो सकता है। इससे झारखंड में पर्यटन को बढ़ावा के साथ-साथ इससे जुड़ी अहम जानकारियां सामने आएंगी और लोगों का ज्ञानवर्धन होगा।

     झारखंड पर बनाई जाएगी डॉक्यूमेंट्री 

    नेशनल ज्योग्राफिक के प्रतिनिधियों ने बताया कि उनके द्वारा झारखंड पर डॉक्यूमेंट्री बनाई जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष “पोस्ट कार्ड्स फ्रॉम झारखंड” के नाम से बनने वाली डॉक्यूमेंट्री का प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि इस डॉक्यूमेंट्री में चार अलग – अलग फिल्में होगी। पहली फिल्म में बेतला – मैक्लुस्कीगंज- नेतरहाट और आसपास के क्षेत्र, दूसरी फिल्म गिरिडीह- देवघर -मलूटी और आसपास के क्षेत्र, तीसरी फिल्म में जमशेदपुर- खूंटी और सरायकेला और आसपास के  क्षेत्र और चौथी फिल्म रांची -हजारीबाग और आसपास के क्षेत्रों में अवस्थित पर्यटक स्थलों पर आधारित होगी। हर फिल्म अपने आप में पूरी फिल्म होगी।

    सरकार करेगी पूरा सहयोग 

    मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड पर नेशनल ज्योग्राफिक द्वारा बनाई जानेवाली डॉक्यूमेंट्री में सरकार पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने नेशनल ज्योग्राफिक के प्रतिनिधियों को अपने कुछ सुझाव भी दिए। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि वे झारखंड पर्यटन पर कॉफी टेबल बुक भी तैयार करें, ताकि इसके माध्यम से झारखंड पर्यटन से जुड़ी जानकारी लोगों से साझा की जा सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव  विनय कुमार चौबे और सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय के निदेशक राजीव लोचन बक्सी और नेशनल ज्योग्राफिक के प्रतिनिधि मौजूद थे।