Odisha Job Scam
नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी (प्रतीकात्मक तस्वीर)

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जाजपुर: ओडिशा (Odisha) के जाजपुर (Jajpur) जिले में सरकारी नौकरियां (Government Job) दिलाने का वादा कर कम से कम छह अभ्यर्थियों से 25 लाख रुपये की कथित धोखाधड़ी के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार को गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान सूर्या बड़नायक (Surya Badnayak) के रूप में हुई, जो मलकानगिरी (Malkangiri) का रहने वाला है। हालांकि इस घोटाले का मुख्य आरोपी फरार है, जिसकी पहचान रामचंद्र दरुआ (Ramchandra Darua) के रूप में हुई है।

पुलिस ने अवैध रुप से जुटाए पैसों से खरीदी गयी एक एसयूवी (स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल) जब्त की है। पुलिस ने बताया कि मलकानगिरी निवासी दरुआ जाजपुर जिले के बाड़ी ब्लॉक के अंतर्गत पलाटपुर अपग्रेडेड मिडिल इंग्लिश (यूजीएमई) में सहायक शिक्षक के रूप में काम करता है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी पिछले 10 वर्षों से पलटपुर गांव में एक किराए के मकान में रह रहा है। 

ऐसे की धोखाधड़ी

पुलिस के मुताबिक, पिछले वर्ष दरुआ ने जाजपुर के बाड़ी से चार और पड़ोसी केंद्रपाड़ा जिले से दो समेत कुल छह अभ्यर्थियों को बुलाया और उन्हें ओडिशा सरकार में पंचायत कार्यकारी अधिकारी (पीईओ) की नौकरी दिलाने का वादा किया। अभ्यर्थियों ने भी पद के लिए आवेदन किया हुआ था। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने प्रत्येक अभ्यर्थी से नौकरी के नाम पर पांच लाख रुपये मांगे। इन छह अभ्यर्थियों ने पिछले वर्ष जून से अगस्त के बीच तीन चरणों में दरुआ के खाते में 25 लाख रुपये जमा करा दिये।

पुलिस के मुताबिक, पीईओ परीक्षा का परिणाम पिछले वर्ष आठ दिसंबर को प्रकाशित हुआ और जब अभ्यर्थियों को चयनित सूची में अपना नाम नहीं मिला तो उन्होंने दरुआ से पैसे वापस करने को कहा। पहले तो आरोपी ने पैसे लौटाने की बात कही लेकिन बाद में वह लापता हो गया। पुलिस ने बताया कि मामला उस समय सामने आया जब पलाटपुर के विभूति भूषण जेना ने बारी थाने में शिकायत दर्ज कराई और 4.5 लाख रुपये की धोखाधड़ी की बात कही। इसके बाद बारी पुलिस थाने में दरुआ के खिलाफ इसी तरह की पांच शिकायतें दर्ज की गईं।

पुलिस के मुताबिक, शिकायतों के आधार पर जांच शुरू की गई और पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। बारी थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रकाश चंद्र साहू ने बताया, ”जांच के दौरान हमने पाया कि जो पैसा दरुआ के खाते में जमा कराया गया था उसे बाद में बड़नायक के खाते डाल दिया गया। हमने बड़नायक के खाते की जानकारी जुटाई और उसे गिरफ्तार कर लिया।” उन्होंने बताया कि इस गिरोह का मुख्य आरोपी फिलहाल फरार है।

(एजेंसी)