तिरुवनंतपुरम. चीन (China) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बाद अब एक रहस्यमयी वायरस (निमोनिया) फैल रहा है, जिससे चीन समेत अन्य देशों की चिंता बढ़ा दी है। यह वायरस तेजी से बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस पर नजर रखे हुए हैं। इसी बीच केरल (Kerala) के स्वास्थ्य विभाग ने राज्य भर में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
चीन में बच्चों में देखे जाने वाले निमोनिया पर केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा, “बच्चों में होने वाले निमोनिया को लेकर WHO ने चीन से चर्चा की है। हम जो जानते हैं वह यह है कि चीन ने साफ कर दिया है कि चिंता की कोई बात नहीं है। जब खबर सामने आई, तो हमारी विशेषज्ञ समिति ने स्थिति का विश्लेषण करने के लिए बैठक की।” उन्होंने कहा, “कल, मैंने BME और DHS के डॉक्टरों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की। विशेषज्ञों ने कहा कि हमने और चीन तथा अन्य देशों द्वारा चुना गया दृष्टिकोण थोड़ा अलग है। इस तरह का संक्रमण पहले दूसरे देशों में फैल चुका है। हमारे स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने यही विश्लेषण किया है। हम अभी भी स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं। हमारी टीम सतर्क है। वे स्थिति पर नजर रख रहे हैं।”
Kozhikode | On pneumonia seen in children in China, Kerala Health Minister Veena George says, “”…WHO has discussed with China regarding the pneumonia that is seen in children. What we know is that China has cleared that there is nothing to worry about. When the news came out,… pic.twitter.com/5RRBBhI6hH
— ANI (@ANI) November 25, 2023
चीन से वापस आए लोगों पर नजर
गौरतलब है कि जब चीन से COVID-19 का प्रकोप दुनिया भर में फैला, तो केरल ने भारत में पहले मामले की पुष्टि की थी। राज्य में कोरोना का पहला केस 27 जनवरी 2020 को सामने आया था। इसके बाद राज्य में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे थे। ऐसे में वीना जॉर्ज ने पूरे राज्य में कड़ी निगरानी रखने का सुझाव दिया। चीन से वापस आए लोगों और उनके बच्चों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। लगातार भारी बारिश के कारण राज्य भर में बच्चों में वायरल निमोनिया के मामलों की संख्या बढ़ रही है। अधिकारियों ने कहा कि इलाज चाहने वालों से विशेष रूप से पूछा जाएगा कि क्या वे चीन से लौटने वाले किसी व्यक्ति के संपर्क में आए हैं।
WHO ने चीन से मांगी रिपोर्ट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चीन की स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं और जनता को सावधानी बरतने की सलाह दी है। हालांकि, चीन के अधिकारियों ने श्वसन संबंधी बीमारी के मामलों में वृद्धि के लिए कोविड-19 प्रतिबंध हटाने को जिम्मेदार ठहराया। अक्टूबर के पहले सप्ताह के दौरान उत्तरी चीन में असामान्य संख्या में बच्चों को सांस की बीमारियों के कारण अस्पतालों में भर्ती कराया गया। WHO ने चीन से इस बिमारी के संबंध में जानकारी मांगी है, जिसमें रहस्यमय निमोनिया फैलने का कारण और अब तक हुए परीक्षणों के नतीजे भी शामिल हैं।
सोशल मीडिया पर फैली बातों से घबराए नहीं
IMA नेशनल कोविड टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष डॉ. राजीव जयदेवन ने कहा, “उत्तरी चीन में शीतलहर चल रही है। इससे निमोनिया के मामलों में बढ़ोतरी होगी। चीनी अधिकारी कह रहे हैं कि इन्फ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया (आमतौर पर बच्चों में पाया जाता है) और रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (आरएसवी) जैसी बीमारियों से प्रभावित बच्चों के मामलों में भी वृद्धि हुई है। हमें सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाई जा रही बातों से घबराना नहीं चाहिए। WHO सटीक डेटा प्रदान करेगा।”