हुब्बाली (कर्नाटक). कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने बागी तेवर अपनाते हुए कहा कि उन्हें टिकट न दिए जाने का असर राज्य में कम से कम 20 से 25 सीटों पर पड़ेगा। इस बीच शनिवार को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और प्रल्हाद जोशी ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के साथ कर्नाटक के पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार के साथ हुबली में उनके आवास पर बैठक की। इसके बाद शेट्टार ने बताया कि रविवार को वह पार्टी से इस्तीफा दे देंगे। उनका कहना है कि उनके खिलाफ साजिश है। उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने के बाद सब कुछ बता दूंगा।
शेट्टार ने कहा, “वे (केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई) मुझसे मिले… उन्होंने मुझे बताया कि मेरे परिवार के सदस्य चुनाव लड़ सकते हैं और मुझे अन्य महत्वपूर्ण पद दिए जाएंगे, लेकिन मैंने मना कर दिया…”
Karnataka| BJP leader & Former Karnataka CM Jagadish Shettar to resign from the party on Sunday
There is a conspiracy against me, will tell everything after resigning: Jagadish Shettar#KarnatakaElections2023
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— ANI (@ANI) April 15, 2023
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आलाकमान ने उनसे हुब्बाली-धारवाड मध्य सीट से विधानसभा चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के लिए कहा है। वह इस सीट से मौजूदा विधायक हैं। भाजपा ने अभी तक हुब्बाली-धारवाड मध्य समेत कर्नाटक की 12 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता शेट्टार ने शुक्रवार रात यहां पत्रकारों से कहा कि वह रविवार तक टिकट दिए जाने पर पार्टी के निर्णय की प्रतीक्षा करेंगे और उसके बाद अगले कदम पर निर्णय लेंगे। हुब्बाली-धारवाड नगर निगम के 16 पार्षदों द्वारा इस्तीफे की पेशकश किए जाने पर वरिष्ठ नेता ने कहा कि उनके द्वारा स्नेह प्रदर्शित करने के लिए वह उनके आभारी हैं। अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए शेट्टार ने कहा कि उन्होंने अपनी उम्मीदें नहीं खोई है और वह शाम तक प्रतीक्षा करेंगे।
कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, “उन्होंने (पार्षदों) अपनी अप्रसन्नता जताई है। वे आहत हैं। उनकी भावनाएं आहत हैं, इसलिए नगर निगम से इस्तीफा देकर अपना आक्रोश जता रहे हैं।”
शेट्टार ने कहा कि वह पार्षदों की राय पर गौर करेंगे और फिर अगले कदम पर निर्णय लेंगे। यह पूछने पर कि भाजपा के कुछ शीर्ष पदाधिकारियों ने उन्हें टिकट दिए जाने का भरोसा जताया है, शेट्टार ने कहा कि उन्हें ऐसे बयानों के बारे में पता है लेकिन वह ‘‘नतीजा” चाहते हैं। शेट्टार के समर्थन में एक प्रदर्शन भी किया गया और हुब्बाली में एक जनसभा भी आयोजित की गयी। भाजपा ने शेट्टार को मनाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ राज्य के मंत्री शंकर पाटिल मुनेनाकोप्पा ने उनसे मुलाकात की जबकि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने फोन पर उनसे बात की। बोम्मई ने कहा, “हम उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं। अभी तक प्रयास चल रहे हैं। मैंने कल केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से बात की थी। वह (शेट्टार) उत्तरी कर्नाटक के एक वरिष्ठ नेता हैं और हम उन्हें मनाने के सभी प्रयास कर रहे हैं।” केंद्रीय मंत्री जोशी ने शेट्टार से मुलाकात करने के बाद कहा कि पार्टी वरिष्ठ नेता की सेवाओं का इस्तेमाल करेगी।
इससे पहले शुक्रवार रात को शेट्टार ने पत्रकारों से कहा था, “मैं कल तक प्रतीक्षा करूंगा और फिर अपने अगले कदम पर फैसला लूंगा।” पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ इस तरह का बर्ताव किए जाने का भाजपा पर होने वाले संभावित असर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल को इसके बारे में सोचना पड़ेगा।
शेट्टार ने कहा, “पार्टी को यह सुनिश्चित करना होगा कि इसका कोई नकारात्मक असर न पड़े। पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने भी कहा है कि यदि शेट्टार को टिकट नहीं मिलता है, तो इसका केवल एक क्षेत्र पर असर नहीं पड़ेगा… इसका उत्तरी कर्नाटक में कई निर्वाचन क्षेत्रों पर तत्काल असर पड़ेगा… कम से कम 20 से 25 निर्वाचन क्षेत्रों पर।”
उन्होंने कहा, “इसका निश्चित तौर पर पूरे कर्नाटक पर असर पड़ेगा, लेकिन तत्काल असर 20 से 25 सीटों पर देखा जाएगा।” शेट्टार ने 11 अप्रैल को एक संवाददाता सम्मेलन कर कहा था कि उन्हें दिल्ली से फोन आया, जिसमें पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने युवाओं के लिए जगह बनाने के वास्ते उनसे अपनी उम्मीदवारी वापस लेने को कहा।
भाजपा ने अभी तक कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 212 उम्मीदवारों की सूची जारी की है और बाकी की 12 सीटों पर नामों की घोषणा नहीं की है। कर्नाटक में 224 सीटों पर विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 10 मई को मतदान होगा और नतीजों की घोषणा 13 मई को की जाएगी। (एजेंसी इनपुट के साथ)