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बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा (Karnataka Assembly) में बुधवार को जोरदार हंगामा हुआ। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सदस्यों ने उप सभापति रुद्रप्पा लमानी पर कागज़ फेंके। इसके बाद भाजपा के 10 विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया। आरोप है कि विधायकों ने विधानसभा के वेल में आकर जमकर नारेबाजी की। 

उल्लखनीय है कि, विधानसभा अध्यक्ष ने बिना लंच ब्रेक के सदन की कार्यवाही जारी रखने के निर्देश दिए थे। इससे नाराज होकर बीजेपी विधायकों ने सभापति की चेयर और उपसभापति पर कागज फेंके। यह बीते दो दिन में बैठक के लिए कांग्रेस सरकार द्वारा आईएएस अधिकारियों के कथित रुप से ‘दुरुपयोग’ को लेकर भाजपा के विरोध के बीच हुआ।

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा और जनता दल (सेकुलर) के सदस्य आसन के सामने आकर विरोध कर रहे थे और उन्होंने कांग्रेस सरकार पर अपने सहयोगी नेताओं के लिए 30 आईएएस अधिकारियों को तैनात करने का आरोप लगाया।

सदन में हंगामा चल ही रहा था कि अध्यक्ष यूटी खादेर यह कहकर चले गए कि सदन में भोजन अवकाश नहीं होगा और बजट एवं मांगों पर चर्चा जारी रहेगी जिसके बाद उपाध्यक्ष रुद्राप्पा लमानी सदन की कार्यवाही का संचालन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जो सदस्य भोजन करना चाहते हैं वे जा सकते हैं और फिर वापस आ जाएं। इस पर भाजपा ने कड़ी नाराज़गी जाहिर की। 

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के वास्ते रणनीति बनाने के लिए बेंगलुरु में सोमवार और मंगलवार को विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हुई थी। विरोध के बीच और भोजन अवकाश के बिना सदन की कार्यवाही जारी रखने के अध्यक्ष के फैसले से खफा भाजपा सदस्य कुछ देर के लिए इकट्ठा हुए और फिर अचानक से आसन की तरफ कागज़ फेंकने लगे और उपाध्यक्ष ने कहा कि सदन की कार्यवाही इस तरह संचालित नहीं हो सकती।

भाजपा सदस्यों ने पूछा कि किस नियम के तहत भोजन अवकाश को रद्द किया गया है। भाजपा के सदस्यों ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया द्वारा सोमवार को यहां विपक्ष के नेताओं के लिए दिए गए रात्रि भोज में विधानसभा अध्यक्ष खादेर के शामिल होने का मुद्दा भी बार-बार उठाया।

कांग्रेस विधायकों ने भाजपा के सदस्यों के अनुचित व्यवहार पर आपत्ति जताई जिसके बाद हंगामा हुआ और फिर उपाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दिन की शेष अवधि के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई समेत भाजपा नेताओं ने कहा कि वे अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार कर रहे हैं जबकि कांग्रेस विधायकों को अनुचित व्यवहार करने वाले भाजपा विधायकों को निलंबित करने की मांग करते सुना गया। (भाषा इनपुट के साथ)