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बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया (CM Siddaramaiah ) ने मंगलवार को कहा कि आंधप्रदेश में प्रसिद्ध तिरुपति वेंकेटेश्वर मंदिर (Tirupati Venkateswara Temple) में प्रसाद के रूप में बंटने वाले लड्डू को बनाने में उपयोग होने वाले ‘कर्नाटक मिल्क फेडरेशन’ (केएमएफ) के नंदिनी ब्रांड घी (Nandini Ghee) की आपूर्ति डेढ़ साल पहले भाजपा सरकार (BJP) के कार्यकाल में रोक दी गयी थी।

उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नलीन कुमार कटील पर पलटवार किया जिन्होंने कांग्रेस सरकार पर ‘‘मंदिरों , हिंदू मान्यताओं एवं भक्ति के प्रति उदासीनता की नीति’ के चलते घी की आपूर्ति रोक देने का आरोप लगाया था। सिद्धरमैया ने ट्वीट किया, ‘‘आंध्रप्रदेश के तिरुपति में नंदिनी घी की आपूर्ति आज या कल नहीं रोकी गयी है। तिरुपति में घी की आपूर्ति कर्नाटक में भाजपा के शासनकाल के दौरान करीब डेढ़ साल पहले निलंबित कर दी गयी थी।” 

उन्होंने सवाल किया, ‘‘ माननीय सांसद नलीन कटील, मुझे अब बताइए कि क्या पिछली भाजपा सरकार हिंदू धार्मिक मान्यताओं एवं भक्ति के विरूद्ध थी? या केवल तत्कालीन मुख्यमंत्री बीएस बोम्मई हिंदू विरोधी थे?”

उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे लिए लोगों की धार्मिक विश्वास के साथ ही डेयरी किसानों की जिंदगी भी महत्वपूर्ण है। इसलिए, राज्य के किसानों के हित में हम जो दाम मांगते हैं, यदि तिरुपति वह दाम देने को राजी है तो हमें घी की आपूर्ति करने में कोई समस्या नहीं है।” केएमएफ के अध्यक्ष भीमा नाइक ने रविवार को कहा था कि केएमएफ दाम पर समझौता नहीं कर सकता, इसलिए उसने तिरुपति मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) की निविदा प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया।

केएमएफ नंदिनी ब्रांड नाम से अपने उत्पाद बेचता है और वह अपनी गुणवत्ता के लिए जाना जाता है। पूर्व कांग्रेस विधायक नाइक ने सोमवार को यह भी स्पष्ट किया कि टीटीडी को घी की आपूर्ति एक साल से कहीं पहले ही रोक दी गयी थी और यह ‘कोई हाल-फिलहाल की घटना नहीं’ है। कटील ने ट्वीट में वर्तमान कांग्रेस सरकार पर तिरुपति लड्डू के वास्ते केएमएफ से घी की आपूर्ति बंद कर देने का आरोप लगाया था। (एजेंसी)