तिरुचिरापल्ली: सनातन धर्म पर तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी (Udhayanidhi Stalin Remarks) को तोड़-मरोड़कर पेश करने के आरोप में भाजपा के आईटी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय (Amit Malviya) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी।
मालवीय ने हाल में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर दावा किया था कि द्रमुक नेता उदयनिधि ने सनातन धर्म का पालन करने वाली 80 प्रतिशत आबादी के ‘‘नरसंहार” का आह्वान किया है।
मालवीय के खिलाफ FIR
शहर पुलिस ने कहा कि उदयनिधि की टिप्पणी को जानबूझकर गलत तरीके से पेश करने और विभिन्न वर्गों के बीच वैमनस्य पैदा करने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए, 504,505 1 (बी) के तहत एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने बताया कि एक शिकायत के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है। दो सितंबर को द्रमुक नेता और राज्य के मंत्री उदयनिधि ने आरोप लगाया कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है इसलिए इसका ‘‘उन्मूलन” कर देना चाहिए।
अमित मालवीय ने क्या कहा?
द्रमुक नेता और राज्य के मंत्री स्टालिन के इस बयान के बाद शनिवार (2 सितंबर) को अमित मालवीय ने एक्स पर उनका वीडियो शेयर किया था। साथ ही उन्होंने लिखा था, “तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे और डीएमके सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को मलेरिया और डेंगू से जोड़ा है। उनका मानना है कि इसे खत्म किया जाना चाहिए, न कि केवल विरोध किया जाना चाहिए।”
इंडिया गठबंधन पर भी तंज
बीजेपी आईटी सेल प्रमुख ने आगे लिखा था, “संक्षेप में, वह सनातन धर्म को मानने वाली भारत की 80 प्रतिशत आबादी के नरसंहार का आह्वान कर रहे हैं। द्रमुक विपक्षी गठबंधन इंडिया का एक प्रमुख सदस्य और कांग्रेस का लंबे समय से सहयोगी है। क्या मुंबई बैठक में इसी पर सहमति बनी थी।”
उदयनिधि ने दी थी सफाई
सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी के बाद तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सफाई देते हुए कहा था, “मैंने कभी सनातन धर्म को मानने वाले लोगों के जनसंहार का आह्वान नहीं किया। मैंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की है और मैं बार-बार कहूंगा कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए। बीजेपी का काम फर्जी खबरें फैलाने का है और वे मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है।”