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    रांची: कई पार्टियों का सफ़र तय कर भारतीय जनता पार्टी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के नेता साबिर अली ने अपने रांची प्रवास के दौरान एक साक्षात्कार में अपनी सोच और कार्य योजनाओं को साझा किया I पूर्व राज्यसभा सदस्य और वतर्मान बीजेपी अल्प संख्यक मोर्चा के महामंत्री साबिर अली की झारखण्ड राज्य ब्यूरो प्रमुख ओमप्रकाश मिश्र से की गयी बातचीत के कुछ अंश:

    आपने राजनीति जीवन की शुरुआत कब और कहाँ से की? 

    राजनीति जीवन की शुरुआत मैंने 1994 में महाराष्ट्र में जनता दल में शामिल होकर किया I यहाँ मैं महाराष्ट्र प्रदेश जनता दल पार्टी का महामंत्री बना I 5 वर्ष बाद जनता दल छोड़ कर वर्ष 1999 में पटना में नीतीश जी की पार्टी में शामिल हो गया I 2006 में लोक जनशक्ति पार्टी में शामिल होकर विधानसभा का चुनाव लड़ा और बहुत कम मतों से चुनाव हार गयाI इस पार्टी में रहते हुए वर्ष 2008 में राज्यसभा सदस्य तक का सफ़र तय किया I वर्ष 2010 में लोक जनशक्ति पार्टी छोड़ दिया और राज्यसभा से इस्तीफा दे दियाI नीतीश कुमार से मेरे सम्बन्ध अच्छे बने हुए थे उनके कहने पर मै उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड से पुनः दुबारा राज्यसभा सदस्य चुना गयाI बेतिया से टिकट नहीं मिलने पर नीतीश कुमार से थोड़ी तल्खी होने पर मैंने 2014 में जेडीयू पार्टी छोड़ दी और उसी दौरान वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाक़ात होने पर मैं 28 मार्च 2014 में भाजपा में शामिल हुआI वर्तमान में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा का राष्ट्रीय महामंत्री और झारखण्ड में प्रभारी हूंI

    आपके अनुसार झारखण्ड में अल्पसंख्यकों की वर्तमान स्थिति क्या है?  

    झारखंड में मुसलमानों की जो स्थिति है, वहीं स्थिति पूरे भारतवर्ष में भी है और 55 साल में कांग्रेस के शासनकाल में मुसलमानों को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार से वंचित रखा गया, खास करके मुसलमानों में वह समुदाय जो अपने आप को पसमांदा कहते हैं यानि पिछड़ा मुसलमान, उनके साथ घोर अन्याय हुआ हैI 200 साल पहले जिस कारोबार में थे आज भी उसी कारोबार से जुड़े हुए हैंI कोई तरक्की नहीं हुईI जो सिलाई करने वाले थे वो सिलाई ही कर रहे हैI जो बीड़ी बनाने वाले थे वो वही काम कर रहे हैं, आठ-दस पीढ़ियों से वे उसी कारोबार में लगे हुए हैंI  सरकार की तरफ से जो सहयोग होना चाहिए था वह नहीं मिलाI सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में भी ये बातें आई है कि मुसलमानों के हालात दलितों से भी ज्यादा खराब हैI यह वही लोग हैं, झाड़ू लगाने वाले, अंडे बेचने वालेI जो टायर का पंचर बना रहा थाI ऐसे लोगों को सरकार से जो योगदान मिलना चाहिए वह नहीं मिल पायाI इस देश में राजनीति करने वाले लोग भी ऐसे लोगों के उत्थान के लिए आवाज नहीं उठाए, लेकिन भारतीय जनता पार्टी इसमें बड़े चिंतन के साथ सकारात्मक तरीके से उनका उत्थान कैसे हो, सरकारी कार्यों का फायदा कैसे उठाएं, मुख्यधारा में सरकार के साथ कैसे जोड़ा जाए, इसे सरकार गंभीरता से ली है और इसका कार्य हमने शुरू कर दिया हैI

    झारखंड में अल्पसंख्यकों की तरफ झारखण्ड सरकार कितना ध्यान दे रही है?

    जितनी भी सरकारें इस मुल्क में बनी है चाहे कांग्रेस हो या क्षेत्रीय पार्टियां हों वो सभी खुद को सेक्युलर का सबसे बड़ा सिपाही समझते हैंI ये लोग सिर्फ मुसलमानों को बंधुआ मजदूर समझते हैं, अच्छी बातें करते हैं उनके लिए कोई कल्याणकारी योजना पास नहीं होती हैI न उन्होंने मुसलमानों के लिए कुछ किया हैI 70 साल बहुत होता हैI सात दशक में चार पीढि़यां बदल जाती हैं इसलिए कोई भी सरकार हो जो खुद को सेक्युलर कहती है वो मुसलमानों को वोट बैंक की तरह देखती हैI उन लोगों ने इनको इतना नाकारा और बेवस बना दिया हैI धर्म और जाती के नाम पर इतना नफरत उत्पन्न कर दिया है कि मुसलमान भाजपा के साथ जाने में हिचकिचाहट महसूस करने लगे हैंI मुसलमानों के मानस पटल पर यह जहर नेहरु के ज़माने से ही बोई गयी हैI मुस्लिमों को बरगलाने का जहर कांग्रेसियों ने पिछले 75 साल से बोया हैI कांग्रेस ने अंग्रेजों से फार्मूला लिया था, क्योंकि वह अंग्रेजों के बहुत करीब थे और अंग्रेजों और कांग्रेसियों के एक-दुसरे के साथ पारिवारिक संबंध भी थेI जिसके कारण उनका एक-दुसरे के परिवार में अमल दखल थाI उनकी नीति ही यह रही थी कि बांटो, कमजोर करो और राज करोI

    आप एक मुस्लिम नेता हैं आपने मुस्लिमों के  उत्थान की  क्या योजना बनायीं है? 

    कुछ चंद लोग जो बड़े कुर्ता पाजामा पहनकर टीवी में, बोलने में, या सोशल मीडिया में अपनी बखान करते है दरअसल ये उनका एक षड्यंत्र है मुसलमानों को बरगलाने का, उन्हें उस जगह पहुंचा देने का जहां वो दागदार हो सकेंI ये ऐसे हो जाएँ कि सिविल सोसाइटी में बैठने लायक नहीं रहेंI ऐसे लोगों ने ही देश के 95 प्रतिशत मुसलमानों को बरगला कर जमीन में गाड़ रखे हैं और उन्हीं की वजह से यह बदनामी आ रही हैI मेरी योजना यह है कि हम घर-घर तक पहुंचकर अपनी पार्टी के द्वारा मुस्लिमों में जागरूकता लाएंगे, यह हमारी जिम्मेदारी भी हैI भारतीय जनता पार्टी का सिपाही होने के नाते हम देश के मुस्लिमों की मानसिकता को बदलने के प्रति सचेत रहेंगेI हम यह भी बताएंगे कि देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी सबसे ज्यादा है, उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का काम करेंगेI इसके लिए पुरे देश में हर गांव, घर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जाएंगे और कमजोर और पिछड़े लोग जिनकी संख्या देश में 85 प्रतिशत से ज्यादा है उन्हें जागरूक करेंगेI 

    आपने कहा कि मुस्लिमों की मानसिकता में बीजेपी के प्रति रोष भर दिया गया है और आप बीजेपी के नेता हैं ऐसे हालात में आप कैसे समन्वय स्थापित करेंगे?

    चूँकि 6 साल अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार रही है और 7 साल मोदी की, इतने दिनों में इनकी बातों को, इनकी नीतियों को, इनकी सोच को हर जगह पहुंचाना मेरा कर्तव्य हैI अभी तक जो जो नई योजनाएं आई हैं उसमें फायदा मुस्लिमों को भी मिला है चाहे वह बिजली का मामला हो, राशन या गैस सिलेंडर का मामला हो यह फायदा उन गरीब मुसलमानों को मिला है यही बताना है कि यही सरकार और यही नरेंद्र मोदी हैं जो आपके लिए 70 साल बाद कल्याणकारी योजना लाकर आपको फायदा पहुंचा रहे हैंI इसलिए आपको उनकी बातों को मानना पड़ेगा उनके बताए रास्ते पर चलना पड़ेगा और जिन लोगों ने आपको भरमा रखा है आपको उस भ्रम से निकलना होगाI ऐसे भ्रमित लोगों को यह भी बताना है कि मोदी ने यह साबित कर दिया है कि 130 करोड़ की आबादी चाहे वो किसी भी जात, मजहब का हो उनकी मदद के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार तत्पर है और सबकी चिंता कर रही है, यही बात सभी मुस्लिमों को समझाना है और इसके लिए भाजपा के सभी नेताओं ने कमर कस लिया हैI 

    आप कई राजनीतिक पार्टी को छोड़ चुके हैं, क्या आप भाजपा को भी छोड़ेंगे?

    मुझको छोड़ना होता तो पिछले 7 साल में मैं भाजपा छोड़ देता, इसलिए भाजपा छोड़ने का प्रश्न ही नहीं उठता और वो पार्टियां मैंने इसलिए छोड़ा क्योंकि वहां डिक्टेटरशिप था और उन छोटी पार्टियों में एक ही ऐसा आदमी होता है जो पार्टी का डायरेक्टर भी होता है, चेयरमैन भी होता है, संचालक भी होता है और उसी की गाइडलाइन में सब कुछ चलता हैI उन पार्टियों में अगर एक आका का मन आपके प्रति खराब हो गया तो आप की स्थिति जीरो हो जाती हैI ऐसी पार्टी के लोग पार्टी को अपनी जायदाद समझते है ऐसे लोगों के साथ मेरा तालमेल नहीं बैठ सकता थाI भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से संगठन से लेकर सरकार तक लोकतांत्रिक तरीके से चलती हैI इसलिए मैंने निर्णय लिया कि मुझको भारतीय जनता पार्टी ही ज्वाइन करना चाहिए I

    आप झारखंड में अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रभारी भी बनाये गए हैं झारखण्ड में अभी मुस्लिमों की क्या स्थिति है?

    यहां की सरकार की जो मानसिकता है, यह सरकार वही सरकार है जिनके कारनामे अलग है और जुबान अलग है I कहते कुछ और है और काम कुछ और करते हैं I जिस तरह यहाँ की सरकार और सेकुलर जमात के लोग लगातार मुसलमानों को लॉलीपॉप दिखाती रही हैं आज भी ये लोग वही कर रहे हैंI यहाँ के मुसलमानों के लिए इस प्रदेश में न कोई नीति है ना कोई कार्यक्रम है, न उनके  उत्थान के लिए कोई रास्ता बना है I यहाँ की सरकार में माइनॉरिटी के प्रगति के खिलाफ के लोग हैं I ये लोग सिर्फ यह जानते हैं कि यहां के मुसलमान अगर प्रगति करेंगे, पढ़े लिखे होंगे और समझदार हो जाएंगे तो इनका वोट बैंकिंग खत्म हो जाएगा I

    हेमंत सरकार ने तो उर्दू को समृद्ध करने, मदरसों और मुस्लिमों के उत्थान के लिए करोड़ों रुपए देने का एलान किया है ? 

    ये हमेशा यह घोषणा करते हैं और पूरी अवधि खत्म हो जाती है पर  कभी भी इंप्लीमेंट नहीं करतेI यहाँ की सरकार घोषणा करने में मास्टर हैंI पर जब यहाँ  बीजेपी की सरकार थी तब  इस शहर का नहीं, बल्कि हिंदुस्तान का सबसे अच्छा हज भवन रांची में बनाया गया जो एक  उदाहरण हैI

    मुस्लिमों के उत्थान और उन्हें शिक्षित करने के लिए हेमंत सोरेन ने बजट में जो राशि पास किया है आपके अनुसार क्या वो राशि खर्च की ही नहीं गयी?  

    पिछले 21 वर्षों का रिपोर्ट निकलवा कर देखिये तो साफ पता चल जाएगा कि महज घोषणा के अलावा इन्होने कोई राशि खर्च की ही नहीं ये जो एनाउंसमेंट करते है उसका 5 प्रतिशत भी खर्च नहीं करते I ये सिर्फ वादा करते है और पिछले 70 साल से वादा ही कर रहे हैंI अगर ये काम किये होते तो मुसलमानों की ये हालत बदतर नहीं होतीI 22 महीने हो गए अभी तक माइनॉरिटी कमेटी का गठन नहीं हुआI यूनिवर्सिटी का वक्फ बोर्ड नहीं है यहाँ I

    यहाँ के लोगों को राहत पहुंचाने का आपके पास क्या एजेंडा है? 

    हमारी जिम्मेदारी है कि अपने लोगों को जागरूक करें I मुस्लिमों को उस परिपेक्ष से बाहर निकालने का काम करेंगे जिसका जहर मुस्लिमों के जेहन में विगत 70 वर्षों से डाला जा रहा है I हमारी जिम्मेदारी है अपने बच्चों को कैसे पढ़ाएं, स्कूल कैसे भेजे, इसके लिए उन्हें प्रोत्साहन देने उन्हें समझाने की जिम्मेदारी का निर्वाह करेंगे हम  I भारतीय जनता पार्टी के लिए जब भी काम करने का मौका आएगा तो माइनॉरिटी के उत्थान के लिए हम काम अवश्य करेंगे I