Chirag Paswan and Nitish Kumar

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    पटना. बिहार में दो दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) का पैर छूकर सुर्खियों में आए लोक जनशक्ति पार्टी के पूर्व अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने नीतीश द्वारा जल्द ही एक नया निर्णय लिए जाने की भविष्यवाणी की है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजद नेता तेजस्वी यादव की इफ्तार दावत में शामिल होने और उनके मुख्यमंत्री आवास से दूसरे आवास में सामान हस्तांतरित करने के मद्देनर उन्होंने यह भविष्वाणी की।

    चिराग ने कहा कि राजद नेता तेजस्वी यादव की इफ्तार दावत में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी एक संकेत है, जिसके गंभीर राजनीतिक असर हो सकते हैं। चिराग ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान नीतीश के पटना के एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास से सात सर्कुलर मार्ग स्थित दूसरे आवास में सामान हस्तांतरित किए जाने के बारे में खुलकर बोला।

    चिराग ने कहा, ‘‘नवीनीकरण का कार्य तो हम सभी के घरों में होता ही रहता है पर हम लोगों ने नवीनीकरण कार्य को लेकर अपनी गाय-भैंसों के साथ घर खाली कर दिया हो, ऐसा आमतौर पर होता नहीं है।”

    उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बडे़ आदमी हैं, उनके पास अनेक घर और अनेक घरों की संभावनाएं हैं। चिराग ने कहा कि जिस तरीके से उन्होंने मुख्यमंत्री आवास को खाली किया है, ये कुछ और इशारा करता है, यह उतनी सरल तस्वीर नहीं है, जितनी यह दिखती या दिखायी जाती है। नीतीश पर अक्सर तीखे हमले करने वाले पासवान गत शुक्रवार को उस समय सुर्खियों में आ गये, जब उन्होंने बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री का पैर छूकर अभिवादन किया।

    नीतीश के राबड़ी देवी के आवास पर वाहन के बजाय पैदल चलकर पहुंचने की ओर इशारा करते हुए चिराग ने कहा, ‘‘मुझे याद है कि सोनिया गांधी जी एक बार मेरे पिता के घर पैदल चलकर आयी थीं और उसके बाद वर्ष 2004 में संप्रग की शुरूआत हुई थी। इसलिए नीतीश जी का पैदल चलकर जाना मेरे दृष्टिकोण से मायने रखता है।”

    चिराग अब अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान के नेतृत्व वाली पार्टी के एक धड़े के प्रमुख हैं। चिराग ने कहा कि अपने आवास से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी) के आवास पर आयोजित इफ्तार दावत में शामिल होने के लिए नीतीश जी का पैदल चलकर जाना और अगले दिन अमित शाह जी का पटना आने का कार्यक्रम, ये तमाम बातें महज एक संयोग नहीं हो सकती हैं और उतनी सरल नहीं प्रतीत हो रही हैं, जैसा उन्हें बताया जा रहा है। यकीनन राजग में सबकुछ ठीक नहीं है।

    उन्होंने कहा कि अगर हम हाल की घटनाओं पर नजर डालें नीतीश जी ने जनसंख्या कानून और पेगासस जासूसी मामले जैसे मुद्दों पर बिल्कुल विपरीत रुख अपनाया है। चिराग ने कहा कि बिहार के लिए विशेष दर्जे और जातीय जनगणना जैसे मामले, जो कि उनके प्रिय विषय हैं, में उनकी उपेक्षा की गई है। नाम न छापने की शर्त पर एनडीए के सूत्रों ने कहा कि चिराग, जो अपने पैरों के नीचे खिसकी जमीन की तलाश के लिए संघर्ष कर रहे हैं, ने पानी में मछली पकड़ने की दृष्टि से भाजपा और नीतीश की जदयू के बीच मतभेद पैदा करने की एक कोशिश की होगी। (एजेंसी)