लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उनके चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) के भाजपा में शामिल होने के अटकलों पर खुलकर बात की है। उन्होंने कहा,अगर हमारे चाचा को भाजपा लेना चाहती है तो देर क्यों कर रही है? भाजपा के लोग देर किस बात की कर रहे हैं। मुझे चाचा जी से कोई नाराज़गी नहीं है लेकिन भाजपा बता सकती है कि वे क्यों खुश हैं।
अगर हमारे चाचा को भाजपा लेना चाहती है तो देर क्यों कर रही है? भाजपा के लोग देर किस बात की कर रहे हैं। मुझे चाचा जी से कोई नाराज़गी नहीं है लेकिन भाजपा बता सकती है कि वे क्यों खुश हैं: शिवपाल यादव के भाजपा में शामिल होने की खबर पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, मैनपुरी, UP pic.twitter.com/EOixW99mca
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 27, 2022
वहीँ, अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव से भी सवाल किया, उन्होंने कहा, की जब उन पर कार्रवाई की जा रही थी तब दोनों पार्टी के बड़े नेता कहा थे। सपा प्रमुख ने कहा कि, मैंने खुद व्यक्तिगत रूप से चाचा पर मुकदमा लगाने वालों से बात की थी। उन्होंने खुद पूछा था कि, इतने बड़े नेता को क्यों परेशान किया जा रहा है। वहीं, उन्होंने कहा कि, मैंने चाचा को न्याय दिलाने का काम किया है।
अब ऐसी अटकले लगा जा रही है, अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव जल्द ही भाजपा में शामिल होने संभावना है। बता दें कि, शिवपाल यदा ने हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी। दोनों की मुलाकात के बाद ही शिवपाल यादव के बीजेपी में जाने की अटकलों को और भी बल मिला है।
जबकि यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने साफ शब्दों में कहा है कि, सीएम से कोई भी मिल सकता है। डिप्टी सीएम ने मीडिया से कहा कि, अगर आप सीएम से मिलते हैं तो क्या आप बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।
शिवपाल यादव दिखा रहे बगावती तेवर
समाजवादी पार्टी के विधायकों की बैठक में न बुलाए जाने के बाद से शिवपाल यादव बगावती तेवर दिखा रहे हैं। खबरों के अनुसार, शिवपाल यादव भतीजे अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं। इसलिए ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि, उनकी बीजेपी में जाने की चर्चा तेज है। दूसरी तरफ, इन अटकलों के बिच, बुधवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि, यह भाजपा तय करेगी की किसे पार्टी में लेना है और किसे नहीं।
किसी भी सहयोगी दल को नहीं बुलाया गया था
वहीं, विधायकों की बैठक में शिवपाल यादव को न बुलाए जाने पर सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने बताया कि, इस बैठक में किसी भी सहयोगी दल को नहीं बुलाया गया था। वे सिर्फ समाजवादी पार्टी की बैठक थी।