
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya Ram) में राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर का काम काफी तेजी से चल रहा है। वहीं, अगले साल तक इस भव्य मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इतना ही नहीं जनवरी 2024 को मकरसंक्रांति (Makar Sankranti 2024) तक मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हो जाने की संभावना है। अयोध्या में राम मंदिर बनवाने में 1800 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया जा राग है। मंदिर निर्माण के लिए बनाई गई संस्था श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने यह जानकारी दी।
राम मंदिर के तैयार होने की कई लोग बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वहीं, अयोध्या में भव्य मंदिर बनने के बाद वहां बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ जमा हो सकती है। इसलिए प्रशासन ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। अयोध्या में यात्री और पर्यटकों के लिए एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन को भी भव्य बनाया जा रहा है। अयोध्या में आने वाले भक्तों के लिए रेलवे की डबल लाइन का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
ज्ञात हो कि, सुप्रीम कोर्ट (SC) के आदेश पर राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट गठित किया गया। इस ट्रस्ट ने लंबी बैठक के बाद नियम और कायदों को अनुमोदन दिया। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि इस बैठक में ट्रस्ट के सदस्यों ने एकमत होकर से यह फैसला किया कि राम जन्मभूमि परिसर में हिंदू धर्म से जुड़ी महान विभूतियों और साधु-संतों की प्रतिमाओं को भी स्थान दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि फैजाबाद सर्किट हाउस में आयोजित इस बैठक में ट्रस्ट के 15 में से 14 सदस्यों ने हिस्सा लिया, जिनमें निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी, उडुपी पीठाधीश्वर विश्व तीर्थ प्रसन्नाचार्य प्रमुख रूप से शामिल थे।