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    गाजीपुर: यूपी में माफिया से नेता बने मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। हाल में उन्हें कोर्ट से 10 साल की सजा सुनाई गई है। अब उनके परिजनों की भी समस्या बढ़ती जा रही है। परिवार के सदस्यों और करीबी सहयोगियों की आठ करोड़ रुपये की संपत्ति लखनऊ (Lucknow) में उत्तर प्रदेश गिरोहबंद अधिनियम के प्रावधानों (Uttar Pradesh Gang Bandh Act) के तहत कुर्क की गयी है। योगी सरकार का बुलडोजर लगातार चल रहा है। 

    पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने पत्रकारों को बताया कि मुख्तार अंसारी की मां राबिया खातून और अंसारी के करीबी सहयोगी तथा गिरोह के सदस्य एजाजुल अंसारी की पत्नी के नाम से लखनऊ के डालीबाग इलाके में खरीदे गये भूखंडों को कुर्क किया गया है।

    SP ने कहा कि अंसारी की संपत्ति की कुर्की जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के आदेश के अनुसार की गयी। सिंह ने कहा कि मुख्तार अंसारी ने अपने गिरोह की आपराधिक गतिविधियों से अर्जित धन का उपयोग करके ये संपत्ति खरीदी थी। 

    बता दें कि जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और उसके करीबी रिश्तेदारों की संपत्तियों पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। शनिवार को गाजीपुर जिले की पुलिस ने लखनऊ के डाली बाग इलाके स्थित मुख्तार की मां और बहन के नाम पर दर्ज 8 करोड़ के प्लॉट को गैंगस्टर एक्ट में कुर्क कर दिया है।