Ayodhya

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    लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नगर विकास एवं उर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा (Minister Arvind Kumar Sharma) द्वारा अयोध्या (Ayodhya) में वाराणसी (Varanasi) से आयी शतरंज ओलम्पियाड मशाल रिले (Chess Olympiad Torch Relay) की आगवानी की गई। 26 जून 2022 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान भवन में मशाल रिले का स्वागत किया था। लखनऊ से यह मशाल रिले 27 जून को वाराणसी, जौनपुर, सुल्तानपुर आदि जनपदों से होते हुए अयोध्या के सर्किट हाउस पहुँची और आज नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री शर्मा और सांसद लल्लू सिंह, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, मण्डलायुक्त नवदीप रिणवा, पुलिस उप महानिरीक्षक ए.पी. सिंह, जिलाधिकारी नितिश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय, नगर आयुक्त विशाल सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अनीता यादव और संस्था के शतरंज संघ के अध्यक्ष संजय कपूर और सचिव भरत सिंह चौहान आदि की उपस्थिति में मशाल रिले का सर्किट हाउस अयोध्या से जनपद भ्रमण करते हुए डा. राममनोहर लोहिया विश्वविद्यालय के विवेकानन्द प्रेक्षागृह में आयोजित समारोह स्थल में पहुंची, जहां शतरंज के प्रेमियो और खिलाड़ियों के मध्य मशाल रिले का भव्य स्वागत किया गया। 

    44वें शतरंज ओलम्पियाड मशाल रिले’ को नई दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 19 जून 2022 को रवाना किया गया था, यह मशाल रिले उत्तराखण्ड के देहरादून, हरिद्वार होते हुए 25 जून को मेरठ जनपद में पहुंची जिसका स्वागत राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों द्वारा किया गया था। अगली कड़ी में यह मशाल रिले कानुपर होते हुए 26 जून को लखनऊ पहुंची जिसका मुख्यमंत्री और मंत्रियो सहित अन्य मंत्रीगण द्वारा विधान भवन में स्वागत किया गया था। यह मशाल रिले लखनऊ से वाराणसी होते हुए अयोध्या के पश्चात बस्ती, संतकबीर नगर मार्ग से होते हुए गोरखपुर पहुंचेगी, जहां पर भी उ.प्र. सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और मंत्रीगण द्वारा स्वागत किया जाएगा। 

    नगर विकास और ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा ने शतरंज ओलम्पियाड मशाल रिले समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 19 जून 2022 को इस मशाल रिले का उद्घाटन नई दिल्ली से किया। शतरंज ओलम्पियाड मशाल रिले को भारत की आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के तहत मनाया जा रहा है, इसलिए यह मशाल रिले 40 दिनों में देश के 75 शहरों और प्रदेश के 9 शहरों से होकर गुजरेगी और 28 जुलाइ से 10 अगस्त 2022 तक तमिलनाडु में चेन्नई के पास महाबलीपुरम में होने जा रहे 44वे शतरंज ओलम्पियाड में शामिल होगी। उन्होंने कहा कि शतरंज ओलम्पियाड में 188 देशों के लगभग 2,000 खिलाड़ी भाग ले रहे है यह हमारे लिए गौरव का क्षण है। उल्लेखनीय है कि महाबली पुरम पल्लव राजवंश की राजधानी रही है जो मूर्तिकलाओं और मंदिरों का केन्द्र रहा है। मंत्री शर्मा ने कहा कि आधुनिक ओलोम्पिक की शुरूआत सन 1927 में हुई थी जिसमें भारत आजादी की 75वें वर्ष में पहली बार भारत के मेजवानी करने का अवसर मिल रहा है। 

    शतरंज भारत का प्राचीनतम खेल

    उन्होंने यह भी कहा कि शतरंज/चतुरंग यह खेल भारत का प्राचीनतम खेल है इस खेल का उल्लेख महाशिव पुराण में मिलता है जिसमें परम पिता परमेश्वर महादेव और माता पार्वती के मध्य खेलने का उल्लेख मिलता है। इस खेल का उल्लेख महाभारत और भारत के राजा महाराजाओं के मध्य खेले जाने का उल्लेख मिलता है, जिसके अलग-अलग नाम से जाना जाता है इसमें और अध्ययन की आवश्यकता है। मशाल रिले हमारे देश के 75 शहरों में जहां-जहां जाएगी। वहां-वहां शतरंज के प्रति प्रेम बढ़ा रहा है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्रीद्वारा मुझे निर्देश दिए गए थे। यह भगवान श्री राम की जन्म स्थली है। यहा पर मैं स्वागत करते हुए गौरव का अनुभव कर रहा हूं यह यादगार पल भी है। शतरंज महासंघ के अध्यक्ष संजय कपूर के अलावा ग्रन्ड मास्टर एसएन पिगंले और कु. वर्तिका और अन्य खिलाड़ियों और टीम के सदस्यों का स्वागत भी करता हूं। इस कार्यक्रम में मण्डल के अधिकारियों के अलावा जिलाधिकारी, सांसद, मेयर आदि जनप्रतिनिधियों का स्वागत करता हूं।

    अधिकारियो के साथ की समीक्षा बैठक

    प्रदेश के नगर विकास एवं उर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा अयोध्या के सर्किट हाउस में नगर निगम, विद्युत एवं जल निगम के अधिकारियो के साथ संक्षिप्त समीक्षा बैठक भी की गई। मंत्री ने कहा कि प्रथम बरसात में नालो में जल भराव की समस्या की शिकायतें आयी है विशेषकर अयोध्या क्षेत्र में इसको ठीक किया जाए। नगर निगम क्षेत्र और उसके बाहर सभी को समुचित रूप से पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित किया जाए।  विद्युत आपूर्ति के संबंध में जानकारी लेने के बाद कहा कि अयोध्या में निर्बाध गति से शहरी क्षेत्रो में 24 घण्टे तथा ग्रामीण क्षेत्रो में 18 घण्टे मानक के अनुसार विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इसमें किसी भी प्रकार की समस्या आने पर मुझे व मेरे कार्यालय को अवगत कराये तथा इसका नियमित अनुश्रवण विभागीय वरिष्ठ अधिकारियो के अलावा मंण्डलायुक्त व जिलाधिकारी भी करते हुए बेहतर समन्वय बनाये।