Atiq Ahmed

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प्रयागराज: प्रयागराज में शनिवार शाम तीन हमलावरों की ताबड़तोड़ गोलियों का शिकार हुए माफिया-राजनेता पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के शव रविवार शाम कसारी मसारी कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए- खाक किया गया। दोनों का शव कसारी मसारी कब्रिस्तान कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंचा और फिर परिजनों की मौजूदगी में उन्हें दफनाया गया। उनके शव को पोस्टमार्टम के बाद अतीक और अशरफ के शव शाम करीब साढ़े छह बजे कब्रिस्तान लाया गया था। 

उनके शव के पास चंद रिश्तेदार ही इस मौके पर मौजूद रहे और कोई भी करीबी रिश्तेदार मौजूद नहीं रहा। रिश्तेदारों के अलावा अन्य लोगों को आधार कार्ड देखकर ही कब्रिस्तान में दाखिल होने दिया गया था। उन्होंने बताया कि दोनों शव पहुंचने के बाद उनके अंतिम संस्कार की रस्म में शुरू की गई और इस दौरान कब्रिस्तान में कुछ महिलाएं भी मौजूद रहीं। अधिकारी ने बताया कि इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर कब्रिस्तान परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया था।

उल्लेखनीय है कि इसी कब्रिस्तान में कुछ ही दिन पहले एनकाउंटर में मारे गए अतीक के बेटे असद को भी दफनाया गया था। अतीक और अशरफ का पोस्टमार्टम किया गया, इस पोस्टमार्टम को पांच डॉक्टरों के पैनल ने किया।

आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत  

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटर अरुण मौर्य, सन्नी सिंह और लवलेश तिवारी को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बीती रात मेडिकल कराने ले जाते समय तीन शूटरों ने अतीक और उसके भाई अशरफ अहमद पर गोली चली दी। जिसमें उनकी मौत हो गई। 

आयोग का गठन, दो महीने के भीतर सौंपनी होगी रिपोर्ट

आधिकारिक जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश सरकार ने गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में सनसनीखेज हत्याओं की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय (Allahabad High Court) के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरविंद कुमार त्रिपाठी द्वितीय की अध्यक्षता में पूर्व पुलिस महानिदेशक सुबेश कुमार सिंह और सेवानिवृत्त जनपद न्यायाधीश बृजेश कुमार सोनी को बतौर सदस्‍य आयोग में शामिल करते हुए तीन सदस्यीय आयोग का गठन किया गया है। आयोग को मामले की जांच के बाद दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपनी होगी।