UP Political Party
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    – राजेश मिश्र

    लखनऊ : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में मिशन 2022 (Mission 2022) के सियासी युद्ध (Political Bets) में बाकी के सियासी दांव पेंच के साथ ही दलों के नारे भी काफी चर्चा में हैं। चुनावी मौसम (Election Season) में यह चुनावी नारे कई बार बड़े महत्वपूर्ण हो जाते हैं। इसके पहले भी सूबे की सियासत में तमाम हिट चुनावी नारे आते रहे हैं। “इंडिया शाइनिंग”, “अबकी बार, मोदी सरकार” जैसे कुछ नारे भारतीय राजनीति (Indian Politics) में बदलाव का कारण बने थे।

    सूबे में फिलहाल भाजपा के “यूपी फिर मांगे भाजपा सरकार”, “सोच ईमानदार, काम दमदार” के जवाब में सपा का “22 में बाइसकिल, नई हवा है नई सपा है” और “यूपी का है जनादेश आ रहे हैं अखिलेश” जैसे नारे हैं, तो कांग्रेस “लड़की हूँ लड़ सकती हूं” और बसपा “हर पोलिंग बूथ को जिताना है बसपा को सत्ता में लाना है” जैसे नारों के सहारे सत्ता पर काबिज होने की होड़ में हैं। इस बार इन नारों से इन दलों को कितना फायदा होगा यह तो 10 मार्च को ही साफ़ हो पायेगा।

    2007 में बसपा का “हाथी नहीं गणेश है, ब्रह्मा विष्णु महेश है” और “ब्राह्मण शंख बजाएगा, हाथी बढ़ता जाएगा”,  वर्ष 2012 में सपा का “अखिलेश का जलवा कायम है, उनका बाप मुलायम है”, ”यूपी की मजबूरी है, अखिलेश यादव जरूरी है” और 2017 में भाजपा का “अबकी बार 300 के पार” का नारा था जोकि इन सबके लिए फायदेमंद साबित हुआ था। नब्बे के दसक में “जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान” का नारा, अटल बिहारी बाजपेयी के समय “सबको देखा बारी-बारी, अबकी बारी अटल बिहारी”। वर्ष 2014 में “अबकी बार मोदी सरकार”, “हर हर मोदी, घर घर मोदी” के अलावा “अच्छे दिन आने वाले हैं” जैसे नारे बीजेपी को सत्ता की कुर्सी तक पहुंचाने में  कारगर रहे थे।

    यूपी फतह 2022 के लिए राजनीतिक दलों के नारे

    भाजपा ने “यूपी योगी = उपयोगी”, “सोच ईमानदार, काम दमदार”, “एक बार फिर भाजपा सरकार”, “साइकल रखो नुमाइश में, बाबा ही रेहेंगे बाइस में, फिर ट्राई करना सत्ताइस में”, “फर्क साफ है, कमल खिलाएं और भाजपा की सरकार बनाएं”, “अश्वमेध का घोड़ा है, मोदी जी ने छोड़ा है” जैसे नारे दिए हैं। तो समाजवादी पार्टी ने “यूपी का ये जनादेश, आ रहे हैं अखिलेश”, “नई हवा है, नई सपा है”, “बाइस में बाइसिकल”, “बड़ों का हाथ, युवा का साथ”, “जनता सपा के साथ है, बाइस में बदलाव है” के अलावा कांग्रेस का “लड़की हूं, लड़ सकती हूं”, “बिकाऊ नहीं, टिकाऊ चाहिए” जैसे नारे तो बसपा ने “हर पोलिंग बूथ जिताना है, बीएसपी को सत्ता में लाना है”, “भाईचारा बढ़ाना है, बसपा को लाना है”, “10 मार्च, सब साफ, बहनजी हैं यूपी की आस”, “सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय” जैसे नारे दिए हैं।