P. Bengal allowed net metering to individual households to promote solar energy
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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अब उद्योगों (Industries) को भी सौर ऊर्जा (Solar Energy) से संचालित किया जाएगा। आने वाले समय में बिजली की बढ़ने वाली मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने उद्योगों के लिए भी सौर ऊर्जा के उत्पादन पर जोर देने के निर्देश दिए हैं। बिजली को लेकर उच्च अधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ताप और पन बिजली पर निर्भरता कम करने और सौर ऊर्जा का उत्पादन बढ़ाने के लिए कहा है। बैठक में सीएम ने कहा गया कि प्रदेश में अगले पांच वर्षों में बिजली की खपत 53000 मेगावाट हो जाएगी, जो हर साल 16 फीसदी की दर से बढ़ेगी। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में पीक सीजन में सबसे ज्यादा एक दिन में 26000 मेगावाट तक बिजली की मांग रहती है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में कहा कि प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने में सबसे अहम भूमिका बिजली की होगी। गौरतलब है कि योगी सरकार की औद्योगिक नीति के चलते विदेश के साथ देश के विभिन्न राज्यों के निवेशक यहां पर बड़े पैमाने पर निवेश करने के लिए आ रहे हैं। ऐसे में औद्योगिक गतिविधियों को चलाने के लिए बिजली की मांग काफी बढ़ जाएगी।

    योगी सरकार ने दी है कई रियायतें

    इन हालात में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस खपत को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा पर फोकस करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए योगी सरकार नई उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा नीति-2022 भी लेकर आई है, जिसके तहत सौर ऊर्जा को बढ़ाने के लिए कई तरह की रियायतें दी गईं हैं।

    योगी सरकार करेगी 18 सोलर सिटी का निर्माण 

    योगी सरकार सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रदेश में 18 सोलर सिटी का निर्माण करेगी, जिसमें पहले चरण में नोएडा और अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके बाद प्रदेश के 16 नगर निगम को सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में कहा कि इन सोलर सिटी से प्रदेश में कुल बिजली उत्पादन का 10 फीसदी बिजली उत्पादन सौर ऊर्जा से किया जाएगा। साथ ही इसे साल दर साल बढ़ाया जाए, ताकि निवेशकों के साथ प्रदेशवासियों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराई जा सके।

    सोलर एनर्जी की सप्लाई के लिए बनाया जाएगा ग्रीन कॉरिडोर 

    सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ाने के लिए बुंदेलखंड रीजन में सोलर पार्क का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। यहां पर रोजाना 4,000 मेगावॉट बिजली उत्पादन का सोलर पार्क बनाया जा रहा है। वहीं प्रदेश के विभिन्न जिलों में सोलर एनर्जी की सप्लाई के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा। सोलर पार्क से पहले चरण में खेती और गांव में बिजली सप्लाई के लिए बनाए गए बिजली फीडर से सोलर एनर्जी को सप्लाई किया जाएगा। यानी प्रदेश में सबसे पहले गांव सोलर एनर्जी से रौशन होंगे। इसके साथ ही खेतों की सिंचाई के लिए लगने वाले पंपों को पूरी तरह से सोलर एनर्जी से संचालित किया जाएगा।