नई दिल्ली: बेहतर कानून व्यवस्था और राज्य के विकास के लिए स्पष्ट नीति और सही नीयत हो, तो कैसे किसी राज्य का कायाकल्प हो सकता है, इसका उदाहरण उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) पेश कर रहा है। कुछ वर्षों पहले जिस प्रदेश में निवेश करने से कारोबारी और उद्योगपति घबराते थे, आज वहीं प्रदेश निवेश के नजरिए से उनकी पहली पसंद बन गया हैं।
इसकी एक झलक शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Uttar Pradesh Global Investors Summit-2023) के रोड शो (Road Show) में देखने को मिली। ओबेराय होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे व्यवसायी और कारोबारी योगी सरकार (Yogi Government) की नीतियों से प्रभावित नजर आए और उत्तर प्रदेश को विकास का एक्सप्रेस-वे बताया।
निवेशकों का यूपी में बढ़ा विश्वास
मोबाइल निर्माता कंपनी लावा के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हरिओम राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बहुत बड़ा मुद्दा था। सीएम योगी के नेतृत्व में आज यूपी में जो बदलाव दिख रहा है, उसने यहां निवेश के लिए उत्सुक व्यापारिक समुदाय और औद्योगिक घरानों का विश्वास बढ़ाया है। उत्तर प्रदेश में बीते कुछ वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में काफी काम हुआ है। सड़क और बिजली किसी भी इंडस्ट्री को सेटअप करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि यूपी सरकार इस दिशा में बहुत सराहनीय कार्य कर रही हैं। प्रदेश में परिवहन को लेकर अच्छी सुविधा तैयार की जा रही है। इंडस्ट्रीज को बढ़ाने के लिए अच्छा माहौल देने के साथ-साथ नए निवेशकों को स्टार्टअप मैकेनिज्म के तहत निवेश के लिए आमंत्रित करना सरकार का बेहतर प्रयास है।
यूपी के पास बहुत क्षमता
उमेन्डस टेक्नोलॉजी इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव चनन ने कहा कि यूपी के पास बहुत क्षमता है। विकास के लिए जरूरी सभी चीजें यूपी में उपलब्ध है। यूपी के पास अच्छा मैनपावर है, एयर कनेक्टिविटी, एक्सप्रेस-वे का नेटवर्क ये सब विकास में बहुत सहायक साबित होंगे। मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में भी अच्छा काम हो रहा है, लेकिन इसमें अभी और आगे बढ़ने की संभावना है। बीते कुछ महीनों में सरकार ने एमएसएमई कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए जो पहल की है, वह भी निवेश को प्रोत्साहित करने की दिशा में अच्छा प्रयास है। मुख्यमंत्री ने इंडिया विजन के तहत हमसे उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में और अधिक सहयोग की अपेक्षा की है। उन्होंने कहा कि मैंने यूपी सरकार में काफी ग्रहणशीलता महसूस की है, चाहे वो प्रस्तावों को स्वीकृत करने से जुड़ी हो या तमाम नीतियों में बदलाव से जुड़ी हो। यूपी सरकार का सारा फोकस विकास पर है।
फरवरी 2023 में लखनऊ में आयोजित होने जा रहे #यूपी_ग्लोबल_इन्वेस्टर_समिट_2023 के लिए आज देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित रोड शो में औद्योगिक घरानों, उद्योगपतियों व निवेशकों को नए भारत के ग्रोथ इंजन उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया।#UPGIS23 #upgoesglobal pic.twitter.com/u3S7IYrjZ6
— Nand Gopal Gupta 'Nandi' (@NandiGuptaBJP) January 13, 2023
जो 75 वर्षों में नहीं हो सका, अब यूपी में हो रहा
प्रेस्टीजियस ग्रुप के चेयरमैन हेमंत सतेजा ने कहा कि 75 वर्षों में यूपी में जो काम नहीं हो पाया वो अब हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी में जिस प्रकार से एक्सप्रेस-वे का जाल बिछ रहा है, डिफेंस कॉरिडोर तैयार हो रहा है, इस बारे में पहले सोचना भी मुश्किल था। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जिस तरह से कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर हुई है, उससे न सिर्फ वहां के लोगों का बल्कि हम जैसे निवेशकों का भी भरोसा मजबूत हुआ है। इकोनॉमिक डेवलपमेंट के लिए प्रोग्रेसिव पॉलिसीज, 19 लाख से अधिक एमएसएमई, इंफ्रास्ट्रक्चर, सेक्टर डेवलपमेंट, स्टार्टअप इकोकल्चर ने हमारे विश्वास को और मजबूत किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश देश के विकास में बड़ा योगदान देने की ओर बढ़ रहा है।