
लखनऊ: अपने बयानों के जरिए आए दिन नया-नया विवाद खड़ा करने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा रामनवमी पर जगह-जगह सामूहिक रूप से सुन्दरकांड (Sunderkand) पाठ का आयोजन कराए जाने के निर्णय पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया है। जिसका जवाब देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी (Nand Gopal Gupta Nandi) ने भी ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के बयान पर करारा प्रहार किया है। मंत्री नन्दी ने ट्वीट के साथ पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र की कॉपी को भी पोस्ट किया है।
मंत्री नन्दी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि 2017 में सत्ता लोभ में स्क्रिप्टेड इस्तीफा देने के लिए भी आपको और आपके साथियों को कॉपी पेस्ट की बैसाखी का सहारा लेना पड़ा। मुझे पूरा विश्वास है कि यह ट्वीट भी उसी कॉपी पेस्ट परम्परा का हिस्सा है। सनातन आस्था के विषयों पर ऐसी टिप्पणी आपकी जाहिलियत और विभाजनकारी सोच का प्रमाण है!
2017 में सत्ता लोभ में स्क्रिप्टेड इस्तीफा देने के लिए भी आपको और आपके साथियों को कॉपी पेस्ट की बैसाखी का सहारा लेना पड़ा! मुझे पूरा विश्वास है कि यह ट्वीट भी उसी कॉपी पेस्ट परम्परा का हिस्सा है! सनातन आस्था के विषयों पर ऐसी टिप्पणी आपकी जाहिलियत और विभाजनकारी सोच का प्रमाण है! https://t.co/ngVIYzH1ws pic.twitter.com/DwbEdiG3XS
— Nand Gopal Gupta 'Nandi' (@NandiGuptaBJP) March 17, 2023
विजय हमेशा शुभ और सत्य की होती है
मंत्री नन्दी ने कहा कि जाति-वर्ग की सीमा के परे घर-घर पूजी जाने वाली रामचरितमानस और सुन्दरकांड का पाठ होता है। सुन्दरकांड का पाठ सदैव शुभ और धार्मिक कार्यों में होता है। इतिहास गवाह है कि किसी शुभ कार्य के आरम्भ में अशुभ शक्तियां विघ्न उत्पन्न करती हैं, लेकिन विजय हमेशा शुभ और सत्य की होती है।