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आज अयोध्या को क्या-क्या सौगात देंगे PM मोदी

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नई दिल्ली/अयोध्या: आज यानी साल के आखिरी शनिवार दिनांक 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या (Ayodhya Visit) आ रहे हैं।  इस दौरान वह यहां 15,700 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे।  आज श्रीराम की इस पावन नगरी से देश के विभिन्न शहरों के लिए भी अनेकों सौगातों का पिटारा खुलेगा।  इस बाबत आज PM  मोदी देश के अलग अलग स्टेशनों से संचालित होने वाली 6 वंदे भारत और 2 अमृत भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। 

वहीं आज इससे पहले PM मोदी पुनर्विकसित अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन को भी आज राष्ट्र को समर्पित करेंगे।  इसके साथ ही वे श्री माता वैष्णो देवी कटरा-नई दिल्ली, अमृतसर-नई दिल्ली, कोयम्बटूर-बेंगलुरु, मंगलूरु-मडगांव, जालना-मुंबई एवं अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल के बीच छह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के साथ ही अयोध्या-दरभंगा एवं मालदा टाउन-बेंगलुरु के बीच दो अमृत भारत ट्रेनों को भी आज हरी झंडी दिखाएंगे। 

जानकारी दें कि अयोध्या रेलवे जंक्शन का नाम बदलकर अयोध्या धाम जंक्शन कर दिया गया है।  इसमें नया भवन पुराने स्टेशन भवन के बगल में स्थित है।  अयोध्या जिले में इस समय दो मुख्य रेलवे स्टेशन। । ।  अयोध्या शहर में स्थित अयोध्या जंक्शन और फैजाबाद शहर में अयोध्या कैंट (जो पहले फैजाबाद जंक्शन) हैं।   इसके साथ ही आज अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन भी किया जाएगा जो आधुनिक सुविधाओं से लैस है वहीं उसे राममंदिर की वास्तुशैली के चित्रण के साथ पारंपरिक स्वरूप में भी दर्शाया गया है। 

आज शिलान्यास होने वाली अन्य प्रमुख परियोजनाएं 

  • NH-27 के लखनऊ-अयोध्या खंड में किमी 8.000 से किमी 121.600 तक का ईपीसी मोड में चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण।  
  • एनएच-27 पर अयोध्या बाईपास के किमी 121.600 से किसी 144.020 तक ईपीसी मोड में चौड़ीकरण एवं सुदृढीकरण।  
  • इसके साथ ही ग्रीनफील्ड टाउनशिप परियोजना, वशिष्ठ कुंज आवासीय परियोजना, नगर निगम एवं विकास प्राधिकरण कार्यालय भवन सीपेट केंद्र गुप्तार घाट एवं राजघाट के मध्य नए पक्के घाटों एवं पूर्व निर्मित घाटों का पुनरुद्धार राम की पैड़ी पर दर्शक दीर्घा, राम की पौड़ी से रामघाट तक, राजघाट से श्री राम जन्मभूमि मंदिर तक श्रद्धालु भ्रमण पथ का सुदृढ़ीकरण एवं जीर्णोद्धार, चार ऐतिहासिक घाटों का संरक्षण और सौंदर्यीकरण का भी शिलान्यास होना है ।