Kashi Vishwanath

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    वाराणसी : हमारे प्रदेश को भी योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) जैसा मुख्यमंत्री (Chief Minister) चाहिए जो धार्मिक विकास (Religious Development) के साथ प्रदेश का चौतरफा विकास कर सके। ये कथन तमिलनाडु (Tamil Nadu) से काशी (Kashi) आए अधिकांश श्रद्धालुओं के हैं। वाराणसी में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) एक महीने तक चलने वाले काशी तमिल संगमम् (Kashi Tamil Sangamam) का उद्घाटन करने वाले हैं, उससे पहले ही यहां तमिल श्रद्धालुओं के आगमन का सिलसिला तेज हो गया है। कई बार बनारस आ चुके तीर्थयात्री इस बात को भी स्पष्ट रूप से स्वीकार कर रहे हैं कि पहले की काशी और आज की नई काशी में काफी बदलाव आ चुका है। 

    विश्वनाथ जी से की प्रार्थना, तमिलनाडु को भी मिले योगी जैसा सीएम

    सदियों से काशी में बड़ी संख्या में तमिलनाडु के श्रद्धालु आते रहे हैं। मगर अब उन्हें काशी की बदलती तस्वीर भाने लगी है। वे अब योगी आदित्यनाथ जैसा मुख्यमंत्री अपने प्रदेश में भी चाहने लगे हैं। काशी तमिल संगमम् में शामिल होने तमिलनाडु से आई अन्नपूर्णीनी ने बताया कि शिव जी की नगरी काशी की आध्यात्मिकता और धार्मिकता के चलते हम लोग हजारों किलोमीटर दूर से काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए आते हैं। उन्होंने कहा काशी साफ सुथरी हो गई है। आप (उत्तर प्रदेश) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी को बहुत अच्छा बना दिया है। अन्नपूर्णीनी ने कहा हम लोग काशी विश्वनाथ से प्रार्थना किए हैं कि जैसा मुख्यमंत्री आप लोगों को मिला है वैसा ही तमिलनाडु को मिलना चाहिए।

    धर्म के संरक्षण के साथ ही विकास में तेजी करती है प्रभावित

    काशी में रहने वाले तमिलनाडु के चंद्रशेखर द्रविण ने बताया कि जब से मोदी वाराणसी के सांसद और योगी उत्तर प्रदेश के सीएम हुए हैं, नई काशी की ख्याति पूरे विश्व में फैलाने लगी है। पीएम मोदी के मार्गदर्शन और योगी के नेतृत्व में काशी का चौतरफा विकास हुआ है। उन्होंने बताया कि उनके यहां तमिलनाडु से बनारस आने वाले श्रद्धालु काशी को काफी सराहते हैं। कहते है कि योगी जैसा मुख्यमंत्री मिलना उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है, जो धर्म के संरक्षण के साथ ही विकास के काम भी बेहतरीन ढंग से अंजाम दे रहे हैं। सिर्फ काशी ही नहीं पूरे प्रदेश की छवि उन्होंने बदल के रख दी है। पहले दक्षिण भारत में यूपी गुंडों-बदमाशों के लिए बदनाम था, मगर आज यूपी के विकास की चर्चा हो रही है, राम मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर, कुंभ मेला, दीपोत्सव और देव दीपावली की चर्चा होती है। दक्षिण के प्रदेशों में भी ऐसा विकास हो इसके लिए आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के लोग चाहते हैं की यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसा मुख्यमंत्री उनके प्रदेश में भी हो।

    काशी तमिल संगमम् से हमारे आपसी संबंधों में नयी ताजगी आएगी

    पांच पीढ़ी से काशी में रह रहे और श्री काशी विश्वनाथ न्यास के सदस्य के वेंकट रमन घनपाठी ने बताया कि तमिलनाडु से आने वाले लगभग सभी श्रद्धालु उनके मंदिर में आते हैं और काशी समेत उत्तर प्रदेश के विकास से काफी प्रभावित होते हैं। तमिलनाडु से आने वाले लोग कहते है उनको भी योगी जी जैसा मुख्यमंत्री चाहिए। तमिलनाडु के ही कृष्ण कुमार ने बताया और 10 साल बाद काशी आ रहे हैं। मोदी-योगी का विकास देखकर खुशी हुई है। गंगा पहले से काफी साफ सुथरी हुई हैं। घाट भी खूबसूरत हो गये हैं। उन्होंने कहा कि काशी तमिल संगमम् से हमारे आपसी संबंधों में नयी ताजगी आएगी, जिससे और ज्यादा पर्यटक काशी आएंगे।

    काशी आज देशभर में विकास के मॉडल के रूप में पहचानी जा रही

    काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के एमपी थियेटर में एक महीने तक चलने वाले ‘काशी तमिल संगमम्’ में तमिलनाडु से करीब 2500 लोग शामिल होंगे। बता दें कि धर्म और अध्यात्म की राजधानी काशी आज देशभर में विकास के मॉडल के रूप में पहचानी जा रही है। यहां गंगा घाट, विश्वनाथ धाम से लेकर सड़क तक हर जगह विकास साफ दिख रहा है। तमिलनाडु के यात्री बनारस में आयोजित काशी तमिल संगमम् की सराहना कर रहे हैं। उनका कहना है कि मोदी-योगी देशभर की जनता के दिलों में उतर रहे हैं। ऐसे कार्यक्रम से ना सिर्फ दक्षिण और उत्तर भारत के निगेटिव नैरेटिव को समाप्त करने में मदद मिलेगी बल्कि आत्मीय रिश्ते भी मजबूत होंगे।