मनरेगा कन्वर्जेंस से प्रदेश में लगातार विकसित हो रहे ग्रामीण हाट बाजार

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  • हाट बाजारों के निर्माण से आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे ग्रामीण क्षेत्र के गरीब किसान

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में  प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के गरीब और निर्धन किसानों के आर्थिक उत्थान व उन्नयन के लिए प्रदेश सरकार की ग्रामीण हाट बाजारों को संवारने का कार्य  किया जा रहा है। छोटे और गरीब किसानों की सुविधाओं को देखते हुए मनरेगा के कन्वर्जेंस से हाट बाजारों को संवारने का कार्य कर रहा है, ताकि छोटे और निर्धन किसानों को लाभ मिले तथा उनको उनकी उपज की बिक्री हेतु उचित स्थान मिल सके, इस उद्देश्य से सरकार द्वारा ग्रामीण हाट बाजारों को विकसित किया जा रहा है।

गांवों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम और अन्य सरकारी योजनाओं का उपयोग करके बुनियादी ढांचे को मजबूत कर गांवों में हाट बाजार विकसित किए जा रहे हैं। यह हाट बाजार किसानों द्वारा उपभोक्ताओं और थोक खरीदारों को सीधे बिक्री करने की सुविधा प्रदान करने में बहुत ही सहायक सिद्ध हो रहे हैं। निरंतर विकसित हो रहे ग्रामीण हाट बाजार 

मनरेगा कन्वर्जेंस से ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार
ग्रामीण हाट बाजारों को विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2019-20 से लेकर चालू वित्तीय वर्ष तक सैकड़ों की संख्या में हाट बाजार विकसित किए गए हैं। चालू वित्तीय वर्ष मे 112 कार्य प्रारंभ किए गए हैं, जिनमें से कई कार्य पूर्ण कर हाट बाजार के रूप में विकसित भी किए जा चुके हैं। हाल ही में मुरादाबाद  की ग्राम पंचायत भीकनपुर,असदलपुर में नवनिर्मित हाट बाजार का शुभारंभ किया गया, जो लगभग 3400 स्क्वायर मीटर में क्षेत्र में विकसित किया गया है। इसमें 4 टिन शेड, पार्किंग, पक्का चबूतरा, बिजली, शुद्ध पेयजल और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं।

केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के क्रम में ग्राम्य विकास विभाग द्वारा मनरेगा कन्वर्जेंस से ग्रामीण क्षेत्र में स्थित बाजारों को मूलभूत सुविधाओं से लैश कर हाट बाजारों के रूप में विकसित किया जा रहा है। पक्की आन्तरिक सड़कें, ऊंचे और पक्के चबूतरे, शेड आदि का निर्माण कर छोटे और निर्धन किसानों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रहीं हैं। आमतौर पर, ग्रामीण क्षेत्रों में बाजार सड़कों के किनारे लगती हैं, जहां कतिपय स्थानों पर विक्रेताओं व खरीददारों के लिए शेड और रास्ते जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं होने पर परेशानी होती है और मानसून और भीषण गर्मी के दौरान व्यापार करना बहुत मुश्किल हो जाता है, खासकर पिछड़े इलाकों में। इसके लिए हाट बाजार योजना काफी सफलीभूत साबित हो रही है। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा से ग्रामीण हाट के निर्माण के बाद लोग इन स्थलों पर अपना सामान बेच रहे हैं और सहजता व सरलता के साथ जीविकोपार्जन कर रहे हैं।