Scholars From Varanasi Reached Ayodhya
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मुकेश श्रीवास्तव अयोध्या
अयोध्या: रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में विहिप (विश्व हिंदू परिषद) 150 मतों के दो हजार संतों को आमंत्रित करेगी। इससे पहले पूरे देश में 500 सौ ज्यादा शौर्य यात्राएं निकलेगी। इनके मार्ग में धर्म सभाएं होंगी जिसमें संतों-महंतों का आशीर्वचन होगा। यह निर्णय विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय और क्षेत्रीय पदाधिकारियों की तीन दिवसीय बैठक के अंतिम दिन हुआ।
 
कांची पीठ के शंकराचार्य और वाराणसी के विद्वानों की टीम टीम अयोध्या पहुंची इस अवसर पर विहिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अयोध्या के हर घर के दरवाजों पर दीपक जलेंगे। देश के कम से कम दो लाख गांवों के लगभग 8 लाख मंदिरों में राम नाम संकीर्तन होगा। समारोह की तैयारी के लिए कांची पीठ के शंकराचार्य की टीम अयोध्या पहुंच गई है। 
 
 
इसके साथ ही वाराणसी के प्रसिद्ध ज्योतिष गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ और उनकी टीम यहां आई है। कर्मकांड के क्षेत्र में वाराणसी के विशिष्ट विद्वान लक्ष्मीकांत अपनी टीम सहित अयोध्या में हैं। इस अवसर पर विहिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अयोध्या के हर घर के दरवाजों पर दीपक जलेंगे। देश के कम से कम दो लाख गांवों के लगभग 8 लाख मंदिरों में राम नाम संकीर्तन होगा। कर्मकांड के क्षेत्र में वाराणसी के विशिष्ट विद्वान लक्ष्मीकांत अपनी टीम सहित अयोध्या में हैं।

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चपंत राय
चंपत राय ने कहा कि इन सभी के साथ भ्रमण करने और बैठक करने के बाद प्राण प्रतिष्ठा समरोह की तैयारियों को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाग बिजेसर के मैदान में समारोह में आने वाले लोगों के लिए मिट्‌टी डाल जमीन को समतल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दो दिन की बैठक में तय किया गया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हम सभी देश भर के मंदिरों और गांवों के चौपालों को केंद्र बनाकर काम करेगे। जिस गांव के जिस देवता के मंदिर मे संकीर्तन होगा वहीं अयोध्या के समारोह के बाद उस मंदिर में देवता का पूजन कर प्रसाद वितरण होगा। चंपत राय ने कहा कि किसी भी देवता का पूजन होगा तो वह राम को ही प्राप्त होगा। क्योंकि सभी देवता एक ही है। उन्होंने कहा कि समारोह के लिए हर छोटे से छोटे बिंदु पर हम चिंतन कर रहे हैं।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह से देश भर के पांच लाख गांवों को जोड़ा जाएगा

बैठक में श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जन की सहभागिता और संगठन को इस कार्यक्रम के माध्यम से गतिशील रखने को लेकर मंथन हुआ। संगठन पदाधिकारियों का मानना है कि मंदिर निर्माण समर्पण निधि कार्यक्रम की ही भांति प्राण प्रतिष्ठा समारोह से देश भर के पांच लाख गांवों को जोड़ा जाय और इन स्थानों पर नवीन विहिप हित चिंतकों का निर्माण भी हो जिससे संगठन का आधार भी मजबूत होगा। सोमवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कार्यालय पर विहिप की केंद्रीय बैठक में पदाधिकारियों ने एक स्वर से कहा कि राम जन्मभूमि मंदिर प्राण प्रतिष्ठा इस युग का आध्यात्मिक धार्मिक और सांस्कृतिक लोक जागरण की सिद्धि का स्वरूप ग्रहण करेगा जिससे राष्ट्र भक्ति और धर्मनिष्ठा और मजबूत होगी।

देश भर के आठ दर्जन पदाधिकारी मौजूद रहे
देश के विभिन्न प्रांतों से संपर्क और कार्यकर्ताओं से समन्वय रखने वाले विश्व हिंदू परिषद के अयोध्या आये लगभग आठ दर्जन प्रमुख पदाधिकारियों ने देश के हर राज्य जिला और प्रखंडों, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से संपर्क पर बल दिया।पदाधिकारियों ने कहा हर गांव की सहभागिता उसी प्रकार होगी जैसी शिला पूजन और कार सेवा के दौरान थी। बैठक में विहिप कार्याध्यक्ष आलोक कुमार, विदेश विभाग प्रमुख अशोक राव चोगले, संरक्षक दिनेश चंद्र, महामंत्री मिलिंद परांडे, संगठन महामंत्री विनायक देश पांडेय, उपाध्यक्ष चम्पत राय, जीवेश्वर मिश्र, वाई राघवलू, ओमप्रकाश सिंहल, मीनाक्षी पिश्वे, सयुंक्त महामंत्री कोटेश्वर शर्मा, स्वामी विज्ञानानंद, डा सुरेंद्र जैन, बजरंग बागड़ा, केंद्रीय मंत्री राजेन्द्र सिंह पंकज, अखिल भारतीय धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी, विशेष संपर्क प्रमुख अम्बरीष सिंह, विजय तिवारी, हुकुम चंद्र सांवला, वेद विद्यालयों के प्रभारी हरिशंकर, दुर्गा वाहिनी प्रमुख प्रज्ञा महाला, मातृशक्ति की सरोज सोनी, दादा वेदक, बजरंग दल संयोजक नीरज दनौरिया, आनंद हरबोला, गोपाल आदि उपस्थित रहे।