voting

    Loading

    नोएडा: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तहत सोमवार को दूसरे चरण में 55 सीटों पर होने वाले मतदान के लिए 6,860 निरीक्षकों और उपनिरीक्षकों सहित करीब 60 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, जबकि केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की 800 कंपनियां भी शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित कराने में सहयोग करेगी। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। 

    उन्होंने बताया कि मतदाता सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। ये सीटें नौ जिलों – अमरोहा, बदायूं, बरेली, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, सहारनपुर, संभल और शाहजहांपुर की हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बयान में बताया, ‘‘आठ निर्वाचन क्षेत्रों नगीना, धामपुर, बिजनौर, असमोली, संभल, देवबंद, रामपुर मनिहारण और गंगोह को ‘संवेदनशील’ की श्रेणी में रखा गया है।

    बयान के मुताबिक, ‘‘दूसरे चरण के मतदान के लिए 436 माजरा या बस्ती को अतिसंवेदनशील, जबकि 4,917 मतदान केंद्र को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है।” दूसरे चरण के मतदान के लिए निर्वाचन आयोग ने कुल 12,538 मतदान केंद्र बनाए हैं। राज्य पुलिस ने बताया कि उसे केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल की 794.1 कंपनियां मिली हैं जिनमें से 733 को चुनाव ड्यूटी में लगाया गया है, जबकि तीन कंपनियां ईवीएम की सुरक्षा में और 10 की तैनाती स्ट्रॉंग रूम की सुरक्षा में की गई है। 

    बयान के मुताबिक अर्धसैनिक बलों की 50 अन्य कंपनियों को कानून व्यवस्था की ड्यूटी में लगाया गया है जिनमें से 19 कंपनियां त्वरित प्रतिक्रिया टीम के तौर पर पुलिस थानों में काम करेंगी, जबकि 12 कंपनियों को राज्य में प्रवेश करने के 73 मार्गों पर बनाई गई जांच चौकी पर की गई है। नौ कंपनियों की तैनाती उड़न दस्ते में और इतनी ही कंपनियों को इस कार्य के लिए आरक्षित रखा गया है।

    उल्लेखनीय है कि केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल की एक कंपनी में करीब 70 से 80 जवान होते हैं।  बयान के मुताबिक, ‘‘दूसरे चरण के मतदान के दौरान 6,860 निरीक्षकों व उपनिरीक्षकों, 54,670 हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल, पीएसी की 18 कंपनियां, होमगार्ड के 43,397 जवानों की तैनाती की जाएगी।” बयान के मुताबिक निर्वाचन आयोग के निर्देश पर कुल 122 पिंक बूथ बनाए गए हैं ताकि महिलाओं को मतदान के लिए प्रेरित किया जा सके।