
नई दिल्ली/लखनऊ. यूपी विधानसभा इलेक्शन के दौरान समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav) और चाचा शिवपाल (Shivpal Singh Yadav) के बीच रिश्तों में आई दुरी कम हो गई थी। चाचा-भतीजे ने मिलकर बीजेपी के खिलाफ सियासी लड़ाई लड़ी लेकिन उन्हें जीत नहीं मिल पाई। लेकिन चुनाव परिणाम के बाद एक बार फिर से अखिलेश यादव और प्रसपा नेता शिवपाल सिंह यादव के रिश्तों में रार नजर आने लगा है।
दरअसल, समाजवादी पार्टी के विधायकों की शनिवार को हुई बैठक में शिवपाल सिंह यादव नहीं गए। उन्होंने कहा, सभी विधायकों के पास इसकी सूचना है लेकिन मेरे पास कोई सूचना नहीं है इसलिए मैं भी बैठक में नहीं गया। मैं दो दिनों से इस बैठक के लिए रुका था उसके बाद भी मुझे कोई सूचना नहीं मिली। शिवपाल सिंह के इस बयान के बाद एक बार से दोनों नेताओं के रिश्ते बेपटरी होते नजर आ रही है। <
Lucknow | I was not invited to the party meeting. I waited for 2 days and cancelled all my programs for this meeting but I wasn’t invited. I am an MLA from Samajwadi Party but still not invited: SP MLA Shivpal Singh Yadav on party’s legislative meeting pic.twitter.com/DOyCXV9cPg
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 26, 2022
गौरतलब हो कि साल 2017 में शिवपाल ने अखिलेश से रिश्तों में आई खटास के बाद समाजवादी पार्टी से नाता तोड़ लिया था। सपा से अलग होने के बाद शिवपाल सिंह यादव ने अपनी पार्टी बनाई थी, जिसका नाम प्रजातांत्रिक समाजवादी पार्टी रखा था। लेकिन साल 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पटखनी देने के लिए दोनों नेता के ही मंच पर नजर खड़े हो गए। शिवपाल सिंह ने सवंतनगर सीट से सपा के चुनाव चिन्ह पर ही चुनाव लड़ा।