उत्तर प्रदेश: हम सब जानते है हमारे देश ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत प्रगति की है, और निरंतर इसमें कार्य कर रहे है, हालांकि भारत में कई लोग ऐसे भी है जो आज भी अंधविश्वास और परंपराओं के आगे घुटने टेक चुके हैं। इतना ही नहीं बल्कि पढ़े-लिखे लोग भी अंधविश्वास के पीछे पागल हो जाते हैं। दरअसल लोग आस्था और अज्ञान में अंतर नहीं जानते। इस वजह से कुछ ऐसी घटनाएं घटती है जो इंसान के लिए सही नहीं होती।
आस्था लोगों को सकारात्मकता देती है, लेकिन लोग इसके आदी हो जाते हैं कि उन्हें अपनी जान की भी परवाह नहीं होती। फ़िलहाल ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसे देख कर आप भी दंग रह जायेंगे।
दरअसल हम जिस घटना की बात कर रहे है उसका वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो चर्चा का विषय बन रहा है। दरअसल एक व्यक्ति ने साधु के कहने पर समाधि लेने की कोशिश की और खुद को 6 फीट जमीन के नीचे दबा लिया। साधु ने युवक से कहा कि अगर वह नवरात्रि उत्सव शुरू होने से एक दिन पहले ‘समाधि’ ले लेता है, तो उसे आत्मज्ञान की प्राप्ति होगी।
इसकी जानकारी जब ग्रामीणों को हुई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचे युवक को बचाने पहुंचे और उसे चट्टान से बाहर निकाला। इस युवक के रेस्क्यू ऑपरेशन के वीडियो में आप पुलिस को बांस के ढेर और कई अन्य चीजों को एक तरफ ले जाते हुए देख सकते हैं। दरअसल, इस युवक ने खुद को उस पत्थर में दबा लिया था। बाद में पुलिस युवक को खींचकर थाने ले आई।
This is from #Unnao, #UttarPradesh.
A man was ‘duped’ into taking #Samadhi allegedly by local #Sadhus. He was rescued on time by the local police from a pit covered with bamboo and mud. An FIR has been registered against the sadhus. pic.twitter.com/8cPEu5m7Yc
— Hate Detector 🔍 (@HateDetectors) September 27, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने बताया कि उन्नाव जिले के ताजपुर गांव के तीन पुजारियों ने धार्मिक तरीके से पैसा कमाने की उम्मीद में युवक का अंतिम संस्कार किया था। पुलिस ने दफनाए गए युवक समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।