टाटा समूह ने यूपी के 150 आईटीआई में 5472 करोड़ का निवेश किया, सीएम ने कहा- 35 हजार युवाओं को इंडस्ट्रियल स्किल से किया जाएगा ट्रेंड

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लखनऊ : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के युवाओं को इंडस्ट्री और बाजार की डिमांड के अनुसार अपना कौशल निखारने के लिए अब कहीं और नहीं भटकना पड़ेगा। प्रदेश का कौशल विकास विभाग (Skill Development Department) आज से एक नए युग में प्रवेश कर रहा है। हमारी सरकार ने इंडस्ट्री 4.0 के हिसाब से हमारी युवा शक्ति को अपग्रेड करने के लिए आज टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) के साथ प्रदेश के 150 आईटीआई (ITI) को अपग्रेड करने के लिए पांच हजार करोड़ से ज्यादा का एमओयू साइन किया है। इस मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (एमओए) के साथ प्रदेश के युवाओं के कौशल को निखारने के लिए नया मंच मिलेगा। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने 5 कालीदास मार्ग पर आयोजित टाटा टेक्नोलॉजी के साथ एमओयू के आदान-प्रदान के दौरान अपने उद्बोधन में कही। 

समय के साथ अपने स्किल को करना होगा अपग्रेड: मुख्यमंत्री योगी

उन्होंने कहा कि ये एमओए न केवल राज्य के युवाओं के स्किल डेवलप करने में मददगार होगा, बल्कि टाटा टेक्नोलॉजीज के कार्यक्रमों को भी आगे बढ़ाने में सहायक साबित होगा। सीएम योगी ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें समय के साथ अपने स्किल को अपग्रेड करना होगा। तेजी से बदल रही दुनिया में तकनीकी स्तर पर व्यापक बदलाव हुए हैं, मगर प्रदेश के आईटीआई को कभी अपग्रेड करने के बारे में नहीं सोचा गया। हम अगर नई टेक्नोलॉजी के साथ नहीं चले तो निश्चित रूप से पिछड़ जाएंगे। हमें समय के साथ चलते हुए नई तकनीक से जुड़े प्रशिक्षण कार्यक्रमों से भी जुड़ना होगा, इसलिए प्रदेश सरकार आज टाटा टेक्नोलॉजीज के साथ 5472 करोड़ रुपए का एमओयू साइन कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि ये बड़ा बदलाव है। इसके बाद हमारे आईटीआई की प्रयोगशालाएं, इक्विपमेंट तो अपग्रेड होंगी ही साथ ही साथ टाटा टेक्नोलॉजीज के अच्छे प्रशिक्षक भी प्रदेश की आईटीआई को मिलेंगे। इससे प्रति वर्ष 35 हजार युवाओं को प्रशिक्षित करने के साथ ही उन्हें टाटा और देश विदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों में नौकरी मिल सकेगी।

उल्लेखनीय है कि टाटा टेक्नोलॉजीज की ओर से प्रदेश में संचालित होने वाले 150 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) को उन्नत मशीनरी और इक्विपमेंट से अपग्रेड करने का कार्य शुरू होगा। योगी सरकार और टाटा ग्रुप के बीच हुए इस करार के बाद प्रतिवर्ष प्रदेश के 35 हजार युवाओं को लाभ होगा और वो भारत ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर मौजूदा इंडस्ट्री 4.0 की डिमांड के हिसाब से स्किल और रोजगार हासिल कर सकेंगे। पूरे प्रोजेक्ट की लागत का 87 प्रतिशत अंश टाटा टेक्नोलाजी लिमिटेड द्वारा और 12 प्रतिशत अंश राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। 

भारत की आत्मनिर्भरता का रास्ता उत्तर प्रदेश से जाता है: कपिल देव अग्रवाल 

इस मौके पर व्यवसायिक शिक्षा और कौशल विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि सीएम योगी के नेतृत्व में पिछले 6 वर्ष में उत्तर प्रदेश की छवि देश और दुनिया में बदली है। 150 राजकीय आईटीआई के उन्नयन के लिए टाटा टेक्नोलॉजी प्रदेश में 5 हजार 472 करोड़ का निवेश कर रहा है। इससे प्रदेश के हर साल 35 हजार छात्र ट्रेंड होंगे। भारत की आत्मनिर्भरता का रास्ता उत्तर प्रदेश से जाता है और बिना कौशल विकास के उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर नहीं हो सकता है।

युवा शक्ति के स्किल को अपग्रेड करने से ही होगा राष्ट्र निर्माण: वॉरेन हैरिस

टाटा टेक्नोलॉजीज के सीईओ वॉरेन हैरिस ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे उत्तर प्रदेश में आने का अवसर मिला। इंजिनियरिंग और टेक्नोलॉजी कंपनी होने के नाते हमारी कंपनी का फोकस यहां के युवाओं को इस क्षेत्र में बेहतर बनाना है। उन्होंने कहा कि हमने जो एमओए का आदान-प्रदान किया है उसके तहत यूपी की 150 आईटीआई का उन्नयन करेंगे। साथ ही हम इन आईटीआई में हमारी कंपनी की तरफ से न्यू ऐज के 11 दीर्घकालीन ट्रेड्स और 23 नवीन अल्पकालीन कोर्सेज चलाए जाएंगे। हमारा उद्देश्य यहां के युवाओं के कौशल का विकास कर उन्हें रोजगार से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि टाटा ग्रुप अपने संस्थापक जमशेदजी टाटा के आदर्शों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है। हमारा मानना है कि राष्ट्र का निर्माण युवा शक्ति के स्किल को लगातार अपग्रेड करने से ही संभव हो सकता है।

उपलब्ध होंगी आधुनिक मशीनें

व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास विभाग के अंतर्गत प्रदेश में कुल 305 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) संचालित हैं, जिनमें विभिन्न प्रकार के कुल 72 व्यवसाय संबंधी प्रशिक्षण संचालित किए जा रहे हैं। इंड्रस्ट्री 4.0 प्रस्तावों की मांग के अनुसार राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का आधुनिकीकरण किए जाने की आवश्यकता बताई गई है। इंडस्ट्री में बेहद तेजी से बदलाव हो रहा है। काम का तरीका बदल रहा है। इनोवेशन के साथ ही रोबोटिक्स और इंटरनेट जैसी चीजें आज की जरूरत बन गई हैं। इसी को मौजूदा दौर में चौथी औद्योगिक क्रांति (इंडस्ट्री 4.0) के तौर पर परिभाषित किया जा रहा है। इंडस्ट्री की इन्हीं जरूरतों और युवाओं को इसके लिए तैयार करने को लेकर योगी सरकार गंभीर है। इसके लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। हाल ही में हुए यूपीजीआईएस के माध्यम से जो निवेश यूपी में होने वाला है, उसके जरिए जो उद्यम स्थापित होंगे उसमें लाखों युवाओं की आवश्यक्ता होगी। ऐसे में यूपी के युवाओं को बड़े लेवल पर स्किल्ड बनाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। आईटीआई को अपग्रेड करने का निर्णय भी इसी का परिणाण है। आने वाले दिनों में सरकार ऐसे कई और कदम उठा सकती है।